नयी दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा में पद्मावती के रिलीज करने को लेकर शनिवार को करणी सेना के लोगों ने गुड़गांव में उपायुक्त कार्यालय के सामने जमकर प्रदर्शन किया. खबर यह भी है कि राजस्थान के भीलवाड़ा में पद्मावती फिल्म के विरोध में करणी सेना के लोगों ने जमकर उत्पात मचाया. इस बीच पुलिस ने भी जमकर लाठियां भांजी.
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गुड़गांव में प्रदर्शन के बाद करणी सेना के जिला अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने कहा कि हम फिल्म को पूरी तरह से बैन कराना चाहते हैं, न कि इसे आंशिक तौर पर बैन किया जाये. उन्होंने कहा कि हमने पद्मावती को हरियाणा में पूरी तरह से बैन करने को लेकर जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा है.
Have submitted a memorandum to deputy commissioner to ban #Padmavati in #Haryana. We want a 100% ban and not a conditional ban on the movie: Mahipal Singh Makrana, Karni Sena, President in #Gurugram pic.twitter.com/FBwToW0pEV
— ANI (@ANI) November 25, 2017
उधर, राजस्थान के भीलवाड़ा में करणी सेना के लोगों ने फिल्म पद्मावती के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया. बताया जा रहा है कि प्रदर्शन के दौरान करणी सेना के लोगों ने बाजार में तोड़-फोड़ भी की, जिसके एवज में पुलिस को एहतियातन लाठी भी भांजना पड़ा. इस बीच, बताया यह भी जा रहा है कि करणी सेना के लोगों के प्रदर्शन के बीच भीलवाड़ा में दुकानें बंद रहीं.
गौरतलब है कि दो दिन पहले खबर आयी थी कि फिल्म ‘पद्मावती’ का विरोध कर रही करणी सेना अब इस पर अपना स्टैंड बदलती दिख रही है. करणी सेना ने फैसला अब रॉयल फैमिली मेवाड़ पर छोड़ दिया है और कहा कि अगर मेवाड़ परिवार फिल्म को देखने के बाद उसमें कुछ आपत्तिजनक नहीं पाता है, तो इस विरोध को खत्म कर दिया जायेगा.
करणी सेना का बयान उस वक्त सामने आया है, जब चित्तौड़गढ़ के राजा रावल रतन सिंह के वंशज अरविंद सिंह मेवाड़ मीडिया से बातचीत में मध्यस्थता करने का पक्ष रखा है. उन्होंने कहा की पद्मावती विवाद में मीडिएटर की भूमिका निभा सकते हैं, अगर भंसाली इसके लिए राजी हो जाते हैं.