मुंबई : मुंबई हमले के समय आतंकवादी अजमल कसाब को जिंदा पकडने की कोशिश में शहीद हुए पुलिसकर्मी तुकाराम ओमबाले की बेटी का कहना है कि इस आतंकी हमले को भले ही नौ वर्ष बीत गए हों, लेकिन अब भी परिवार को ऐसा लगता है कि वह घर लौटेंगे. हमले की बरसी से पहले वैशाली ओमबाले नम आंखों से अपने पिता को याद करते हुए कहती हैं, हम महसूस करते हैं कि पापा किसी भी क्षण घर लौट जाएंगे, हालांकि हमें यह पता है कि वह अब कभी नहीं आएंगे.
एम-एड की पढाई कर चुकी वैशाली शिक्षिका बनना चाहती हैं. कहा, हम अक्सर यह सोचा करते हैं कि पापा ड्यूटी पर गए हैं और वह घर लौट आएंगे. हमने उनके सामानों को घर में उन्हीं जगहों पर रखा है जहां वे पहले रहते थे. उनके सर्वोच्च बलिदान पर हमारे परिवार को गर्व है. तुकाराम मुंबई पुलिस में सहायक उप निरीक्षक थे. 26 नवंबर, 2008 की देर रात कसाब को पकडने की कोशिश में उन्हें कई गोलियां लगीं और उनकी मौत हो गई.