नयी दिल्ली: लोकसभा चुनावों की गहमा गहमी दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खुलासा किया है कि उनके दस लाख रुपये मूल्य के करमुक्त बांड गुम हो गए हैं. ये बांड इंडियन रेलवे फिनांस कारपोरेशन (आईआरएफसी) द्वारा जारी किए गए थे.
सोनिया ने अपनी संपत्ति व निवेश के बारे में जो नवीनतम हल्फनामा दाखिल किया है उसमें ये बांड भी शामिल थे. सोनिया ने आईआरएफसी से गुम बांड प्रमाण पत्र की नकल जारी करने का आग्रह किया है.सोनिया ने दो अप्रैल को राय बरेली लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया। इसमें उन्होंने दिखाया है कि उसनकी संपत्ति 9 करोड रुपये की है. आईआरएफसी के ये 10 लाख रुपये के बांड उनकी चल संपत्ति की सूची में दर्ज हैं.
आईआरएफसी ने अब अखबारों में प्रकाशित सूचना में कहा है कि सोनिया ने ये बांड गुम होने की सूचना दी है. इसके अनुसार कुल दस लाख रुपये मूल्य के 1000 बांड गुम हो गए हैं.आईआरएफसी ने 21 अप्रैल को जारी सार्वजनिक सूचना में कहा है कि सोनिया गांधी ने आवंटन की नकल: बांड प्रमाणन जारी करने का आग्रह किया है. यदि इस पर किसी को आपत्ति है तो वह 15 दिन में आपत्ति दर्ज करा सकता है.
उल्लेखनीय है कि बांड जारी करने वाली फर्म को निवेशक की बांड या प्रतिभूतियां गायब होने की सूचना के बाद इस तरह की सूचना प्रकाशित करवानी होती है. सोनिया के चुनावी हल्फनामे के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष की चल संपत्ति 2.81 करोड रुपये तथा अचल संपत्ति 6.47 करोड रुपये है.