आरआइसी विदेश मंत्रियों की बैठक में लश्कर, जैश के मुद्दे को उठायेगा भारत
नयी दिल्ली : रूस, भारत और चीन (आरआइसी) विदेश मंत्री स्तरीय बैठक में भारत की ओर से पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े मुद्दों को उठाया जा सकता है और इस बात की संभावना है कि सोमवार को त्रिपक्षीय बैठक के वक्तव्य में इन विषयों को शामिल किया जाये. समझा जाता है […]
नयी दिल्ली : रूस, भारत और चीन (आरआइसी) विदेश मंत्री स्तरीय बैठक में भारत की ओर से पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े मुद्दों को उठाया जा सकता है और इस बात की संभावना है कि सोमवार को त्रिपक्षीय बैठक के वक्तव्य में इन विषयों को शामिल किया जाये.
समझा जाता है कि आरआइसी विदेश मंत्री स्तरीय बैठक में भारत, चीन से जुड़े बेल्ट एंड रोड पहल (बीआरआइ), परमाणु आपूर्तिकता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता के प्रयासों के विरोध और जेइएम प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र वैश्विक आतंकी सूची में शामिल किये जाने के प्रयासों को विफल कराने के विषय को उठा सकता है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और चीन के विदेश मंत्री वांग यी 11 दिसंबर को भारत की यात्रा पर आ रहे हैं जहां तीनों देश वैश्विक, क्षेत्रीय एवं साझा हितों से जुड़े विषयों के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
विदेश मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस यात्रा के दौरान रूस और चीन के विदेश मंत्री तथा भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज 15वें आरआइसी (रूस, भारत, चीन) विदेश मंत्री स्तरीय बैठक में 11 दिसंबर को हिस्सा लेंगी. बैठक में तीनों देश वैश्विक, क्षेत्रीय एवं साझा हितों से जुड़े विषयों के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने के साथ आपसी संबंधों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा कर सकते हैं. इस दौरान एक संयुक्त बयान भी जारी होने की उम्मीद है. उपलब्ध संकेतों के आधार पर इस बात की भी संभावना है कि भारत की ओर से मुंबई पर आतंकी हमले के साजिशकर्ता एवं जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद को पाकिस्तान में नजरबंदी से रिहा किये जाने के विषय को भी उठाया जा सकता है.
समझा जाता है कि भारत आपसी सहयोग को बढ़ाने पर पूरा जोर देगा जिसमें अपने क्षेत्र और उससे बाहर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने का विषय शामिल है. रूसी विदेश मंत्री लावरोव और चीनी विदेश मंत्री वांग यी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात कर सकते हैं, साथ ही इनके बीच द्विपक्षीय बैठक होने की भी संभावना है. अपनी यात्रा के दौरान रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन में वैश्विक घटनाक्रम और रुस भारत सहयोग के नये आयाम विषय पर व्याख्यान देंगे. चीनी विदेश मंत्री वांग यी प्रवासी भारतीय केंद्र की ओर से आयोजित भारत चीन सांस्कृतिक संध्या में शामिल होंगे.