तीसरे मोर्चे को समर्थन दे सकती है कांग्रेस: खुर्शीद

फरुखाबाद : केंद्रीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने आज कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद जरुरत पडने पर कांग्रेस तीसरे मोर्चे को भी सरकार बनाने के लिये समर्थन देने या लेने पर विचार कर सकती है. खुर्शीद ने अपने पुश्तैनी गांव पितौरा में संवाददाताओं से बातचीत में चुनाव के बाद सम्भावित परिदृश्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2014 12:40 PM

फरुखाबाद : केंद्रीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने आज कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद जरुरत पडने पर कांग्रेस तीसरे मोर्चे को भी सरकार बनाने के लिये समर्थन देने या लेने पर विचार कर सकती है. खुर्शीद ने अपने पुश्तैनी गांव पितौरा में संवाददाताओं से बातचीत में चुनाव के बाद सम्भावित परिदृश्य की समीक्षा करते हुए कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद अगर जरुरी हुआ तो कांग्रेस तीसरे मोर्चे को भी सरकार बनाने के लिये समर्थन देने पर विचार कर सकती है.

इतना ही नहीं मोर्चे का समर्थन लेने पर विचार किया जा सकता है. उन्होंने दावा किया कि केंद्र में किसी भी हालत में भाजपा की सरकार बनने की कोई सम्भावना प्रतीत नहीं होती है. मोदी भाजपा के लिये बडी समस्या के रुप में सामने आने वाले हैं.

खुर्शीद ने कहा कि मोदी ने वाराणसी से नामांकन करने के फौरन बाद अपने बयान में कहा था कि गंगा ने उन्हें बनारस बुलाया है लेकिन वह गंगा के दर्शन-पूजन करने नहीं पहुंचे. देश मंत्री ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग की तमाम तैयारियों के बावजूद मतदान बूथों पर सुरक्षा व्यवस्था ढीली रही जिसकी वजह से सपा ने मनमानी की। उन्होंने कहा कि फरुखाबाद के अलीगंज विधानसभा क्षेत्र के 1015 मतदान बूथों पर धांधली की सूचनाएं मिली हैं जिसकी शिकायत चुनाव आयोग से की गयी है.खुर्शीद ने कहा कि किसी भी छोटी सी भूल पर उनके खिलाफ मुकदमे कायम किये गये जबकि सपा प्रत्याशी रामेश्वर यादव के खिलाफ कहीं एक भी प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई. इससे अच्छा संदेश नहीं पहुंचेगा.

उन्होंने सवाल उठाया कि क्या मानवता के आधार पर अच्छा काम किया जाना आचार संहिता का उल्लंघन है. किसी के घर में आग लगी हो और प्रत्याशी उसे बुझाकर पीडित की मदद करे तो क्या आचार संहिता का उल्लंघन हुआ?खुर्शीद ने आरोप लगाया कि आयोग ने केंद्रीय बलों का सदुपयोग नहीं किया. पिछले चुनावों में बूथों पर केंद्रीय बलों को तैनात किया गया था जबकि इस बार ऐसा ना करके उन्हें रिजर्व में रखा गया.

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