राहुल ने मोदी पर कसा तंज, कहा-भाजपा के पास घोषणापत्र नहीं, पीएम गुजरात के भविष्य पर चुप क्यों
पवी जेतपुर (गुजरात) : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के भविष्य को लेकर खामोश हैं. उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा पर चुनावों के लिए अब तक अपना घोषणापत्र प्रकाशित नहीं करने के लिए निशाना साधा. छोटा उदयपुर जिले के इस जनजातीय कस्बे में चुनावी रैली को संबोधित करते […]
पवी जेतपुर (गुजरात) : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के भविष्य को लेकर खामोश हैं. उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा पर चुनावों के लिए अब तक अपना घोषणापत्र प्रकाशित नहीं करने के लिए निशाना साधा. छोटा उदयपुर जिले के इस जनजातीय कस्बे में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जनजाति समुदायों, महिलाओं और युवकों और उनकी मांगों सहित समाज के विभिन्न धड़े के साथ विचार-विमर्श कर घोषणापत्र लायी है.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, आधे गुजरात में प्रचार खत्म हो चुका है. जल्द ही मतदान होगा. लेकिन, भाजपा ने अब तक अपने घोषणापत्र का एलान नहीं किया है. भाजपा ने आपको नहीं बताया कि अगले पांच साल में वह आपके लिए क्या करेगी. उन्होंने कहा, मोदीजी कहते हैं कि भाजपा अगले सौ साल तक गुजरात में शासन करेगी. लेकिन, अपनी रैलियों में गुजरात के भविष्य पर वह एक शब्द तक नहीं कह रहे. उन्होंने कहा, इसके बजाय, मोदीजी अफगानिस्तान, पाकिस्तान, चीन और कई वैश्विक मुद्दों के बारे में बात कर रहे हैं. यह चुनाव मोदी या (राहुल) गांधी को लेकर नहीं है. यह गुजरात के लोगों के लिए है.
राहुल ने कहा, भाजपा यहां पिछले 22 साल से शासन कर रही है. अब आपके पास उस सरकार को चुनने का अवसर है जो आप पर फोकस करेगी. लोग जानना चाहते हैं कि भाजपा या कांग्रेस उनके लिए क्या करेंगी. भाजपा ने अपना घोषणापत्र तक घोषित नहीं किया है, जबकि हमने लोगों के साथ सघन बातचीत की है और उसके मुताबिक अपना घोषणापत्र तैयार किया है. राहुल ने कहा कि पंचायतों (अनुसूचित इलाके तक विस्तार) के क्रियान्वयन, एसटी के लिए आरक्षित रिक्त पद भरे जाने, जनजाति छात्रों के लिए वजीफे और भूमि अधिग्रहण के लिए बेहतर मुआवजा सहित जनजाति समुदाय की सभी प्रमुख मांगों को कांग्रेस घोषणापत्र में शामिल किया गया है. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने गुजरात में बिना समुचित मुआवजा दिये जनजातियों की 6.5 लाख एकड़ जमीन छीन ली.