रावत ने मोदी के गुजरात मॉडल पर चुटकी ली
देहरादून: नरेंद्र मोदी के गुजरात मॉडल पर चुटकी लेते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरिश रावत ने कहा कि गुजरात में विकास मॉडल से सिर्फ संपन्न वर्गो को लाभ मिला है. उन्होंने कहा कि उनके अपने राज्य में विकास मॉडल ने किसानों सहित गरीब लोगों के विकास का काम किया है. रावत ने कल कहा, ‘‘गुजरात […]
देहरादून: नरेंद्र मोदी के गुजरात मॉडल पर चुटकी लेते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरिश रावत ने कहा कि गुजरात में विकास मॉडल से सिर्फ संपन्न वर्गो को लाभ मिला है. उन्होंने कहा कि उनके अपने राज्य में विकास मॉडल ने किसानों सहित गरीब लोगों के विकास का काम किया है.
रावत ने कल कहा, ‘‘गुजरात मॉडल, गुजरात के सिर्फ 2000 अमीर लोगों के लिए है. जबकि इससे अलग उत्तराखंड का गुजरात मॉडल उन बहुत सारे गरीब पुरषों और महिलाओं के लिए है जो खेतों में अनाज को उपजाने के लिए कठिन परिश्रम करते हैं.’’ वे गोपेश्वर में पौडी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार हरक सिंह रावत के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात के विकास मॉडल ने सिर्फ मुट्ठी भर संपन्न लोगों को लाभ पहुंचाया है. उन्होंने कहा, ‘‘मोदी के शासन में लखपति करोडपति बन गए हैं और करोडपति अरबपति बन गए हैं.’’ मुख्यमंत्री ने दावा किया कि, 60 वर्ष से उपर की आयु के किसान जोडों को पेंशन देने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है. उनके नाम एपीएल और बीपीएल श्रेणी में शामिल होने के बावजूद उन्हें पेंशन दी जा रही है. रावत ने हाल ही में देश में मानव विकास सूचकांक पर गुजरात को सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला राज्य बताया था.
उन्होंने हाल ही में यहां संवाददाताओं से कहा था, ‘‘गुजरात का विकास मॉडल एक फुलाया हुआ गुब्बारा है और कुछ नहीं. बीजेपी ने उस राज्य का शासन किया है जो सही आंकडों के साथ मानव विकास सूचकांक में 11 अन्य राज्यों के साथ सबसे नीचे है.’’ उन्होंने दोनों राज्यों की तुलना करते हुए कहा कि उत्तराखंड में विधवाओं को 800 रुपये पेंशन दी जाती है, वहीं गुजरात में यह सिर्फ 400 रुपये है. उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात में शिशु मृत्यु दर देश की सबसे ज्यादा है. मानव विकास सूचकांक के अन्य मानदंडों पर भी गुजरात का प्रदर्शन खराब है.’’