”विधानसभा चुनावों के साथ अगले साल अगस्त-सितंबर में हो सकता है लोकसभा चुनाव”

हैदराबाद : भाजपा की तेलंगाना इकाई के एक नेता ने बुधवार को कहा कि उनके विचार से साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव समय से पहले अगले साल यानी 2018 के अगस्त-सितंबर में हो सकते हैं, क्योंकि उनकी पार्टी संसदीय और विधानसभाओं के चुनाव साथ-साथ कराने के अपने एजेंडे पर आगे बढ़ रही है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2017 5:32 PM

हैदराबाद : भाजपा की तेलंगाना इकाई के एक नेता ने बुधवार को कहा कि उनके विचार से साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव समय से पहले अगले साल यानी 2018 के अगस्त-सितंबर में हो सकते हैं, क्योंकि उनकी पार्टी संसदीय और विधानसभाओं के चुनाव साथ-साथ कराने के अपने एजेंडे पर आगे बढ़ रही है. तेलंगाना भाजपा के प्रवक्ता कृष्णा सागर राव ने कहा कि उन्हें संसद के अगले सत्र में या उसके बाद आने वाले सत्र में लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव साथ-साथ कराने संबंधी विधेयक के पारित होने की उम्मीद है.

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राव के अनुसार, मुझे लगता है कि आम चुनाव समय से पहले अगस्त-सितंबर 2018 में होंगे. एक प्रवक्ता के तौर पर मैं ऐसा नहीं कह रहा हूं. यह पार्टी का आधिकारिक रुख नहीं है, लेकिन एक विश्लेषक के तौर पर मुझे लग रहा है कि संसद के अगले सत्र में या उसके बाद आने वाले सत्र में, लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव साथ साथ कराने संबंधी विधेयक पारित हो जायेगा. उनके मुताबिक, यह कानून तय करेगा कि ( शुरू में एक के बाद एक कर चुनाव के ) दो दौर होंगे.

उन्होंने कहा कि अगले साल और 2019 में होने वाले विधानसभा चुनाव को एक साथ तथा अगस्त-सितंबर 2018 में आम चुनाव के साथ कराये जाने की उन्हें उम्मीद है. शेष राज्यों में दो साल बाद चुनाव साथ-साथ कराये जाएंगे. राव ने दावा किया, जब लोकसभा चुनाव होंगे, तब पूरा देश एक बार में (लोकसभा और विधानसभा दोनों के लिए) मतदान करेगा. उन्होंने बताया कि मैं देखता हूं कि गुजरात चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रमुख एजेंडा एक साथ चुनाव कराने संबंधी कानून बनाना होगा. इस बात को उन्होंने छिपाया नहीं है कि साथ-साथ चुनाव कराने की बात उनके एजेंडा में है.

राव ने कहा कि भाजपा कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु पर ध्यान केंद्रित कर रही है, क्योंकि मतदाता के लिहाज से ये चार राज्य पार्टी के लिए महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि दक्षिण पर ध्यान देना जरूरी है. उत्तर क्षेत्र हमारे पास है और हमें दक्षिण पर ध्यान देने की जरूरत है.

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