राम सेतु के बारे में अमेरिकी विज्ञान चैनल की खोज, भाजपा के पक्ष की पुष्टि करती है : प्रसाद

नयी दिल्ली : अमेरिकी विज्ञान चैनल के एक नये कार्यक्रम में दावा किया गया है कि राम सेतु प्राकृतिक तौर पर निर्मित नहीं बल्कि मानव निर्मित था. इस दावे ने इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष को मजबूती दी है. केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आज यह बात कही. उन्होंने पूर्व की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2017 5:32 PM

नयी दिल्ली : अमेरिकी विज्ञान चैनल के एक नये कार्यक्रम में दावा किया गया है कि राम सेतु प्राकृतिक तौर पर निर्मित नहीं बल्कि मानव निर्मित था. इस दावे ने इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष को मजबूती दी है. केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आज यह बात कही. उन्होंने पूर्व की यूपीए सरकार पर भी हमला बोला जिसने उच्चतम न्यायालय में हलफनामा दाखिल कर इस मान्यता पर सवाल उठाया था कि यह सेतु भगवान राम द्वारा बनवाया गया था जो अपनी पत्नी सीता को छुड़ाने के लिए इस सेतु के माध्यम से लंका तक पहुंचना चाहते थे. यह विवरण रामायण ग्रंथ में दिये गये हैं. प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा, जिन लोगों ने हलफनामा दाखिल किया था उन्हें अब जवाब देना चाहिए. शोध ने उसे साबित किया है जिसका भाजपा अकेले दावा करती रही है कि यह सेतु हमारी सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है. अपने आने वाले कार्यक्रम के प्रोमो में चैनल ने एक पुरातत्वविद् के हवाले से कहा है कि रेत के ऊपर मौजूद पत्थर उस रेत से भी पुराने हैं. गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा, यही बात भाजपा अकेले कहती आ रही है.

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रामसेतु को ऐतिहासिक धरोहर घोषित किया जाए : विहिप
रामसेतु के मानव निर्मित होने के अमेरिकी वैज्ञानिकों एवं एक चैनल के दावे का स्वागत करते हुए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने आज कहा कि भारत के इस गौरवशाली इतिहास को संजोया जाये और रामसेतु को राष्ट्रीय ऐतिहासिक धरोहर घोषित किया जाये.
विहिप के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव डॉ सुरेंद्र कुमार जैन ने एक बयान में कहा कि नासा का सेटेलाइट इस तथ्य की ओर पहले ही संकेत कर चुका था, इन वैज्ञानिक खोजों ने और स्पष्ट कर दिया है कि भगवान राम से जुड़ा रामसेतु भारत के गौरवशाली इतिहास का एक अटूट भाग हैं. डॉ जैन ने कहा कि यह रिपोर्ट उन लोगों के मुंह पर करारा तमाचा है जो भगवान राम के अस्तित्व पर ही प्रश्न चिह्न लगाते थे और उनको काल्पनिक चरित्र मानते थे. उन्होंने कहा कि राम को नकारने का एक षड्यंत्र रचा जा रहा है जो भारत को अपनी जड़ों से काटने का प्रयास है. दुर्भाग्य है कि आजादी के बाद कुछ राजनीतिज्ञ और कुछ इतिहासकार राम के अस्तित्व पर सवाल उठा रहे है. उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद मांग करती है कि रामसेतु को राष्ट्रीय ऐतिहासिक धरोहर घोषित किया जाये.

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