नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज कहा है कि वे अब राजनीति से रिटायरहो जायेंगी. उन्होंने संसद परिसर में यह बयान दिया है. सोनिया गांधी का कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में आज आखिरी दिन है और कल उनके बेटे राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष पद की जिम्मेवारी संभाल लेंगे.कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से आज पत्रकारों से सवाल पूछा था कि राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस पार्टी मेें उनकी भावी भूमिका क्या होगी, इसी के जवाब में सोनिया गांधी ने अपने रिटायर होने का बयान दिया. 135 साल पुरानी पार्टी कांग्रेस की सोनिया गांधी सबसे लंबे समय तक लगभग 19 वर्ष अध्यक्ष रही हैं. सोनिया गांधी ने सीताराम केसरी की जगह कांग्रेस अध्यक्ष का पद 1998 में संभाला थावहताश-निराश कांग्रेसको फिर से खड़ा कर दिया था और उनके नेतृत्व में कांग्रेस लगातार दो बार 2004 व 2009 में सत्ता में आयी. हालांकि उन्होंने प्रधानमंत्री का पद खुद नहीं संभाला और पार्टी अध्यक्ष के रूप में इस पद की जिम्मेवारी डॉ मनमोहन सिंह को सौंपी.
सोनिया गांधी के रिटायरमेंट के एलान संबंधी बयान के मीडिया में प्रमुख खबर बनने के कुछ देर बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक ट्वीट कर मीडिया से आग्रह किया श्रीमती गांधी को राजनीति से रिटायर होने के स्वरूप में न न इंगित किया जाये, बल्कि वे अध्यक्ष पद से रिटायर हो रही हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि श्रीमती सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद से रिटायर हो रही हैं, सक्रिय राजनीति से नहीं.
कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में 71 वर्षीया साेनिया गांधी के कार्यकाल को काफी सफल माना जाता है, जिनके नेतृत्व में पार्टी ने अटल बिहारी वाजपेयी जैसे बड़े आभामंडल वाले नेता को चुनाव हराया. सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने कई राज्यों में सरकार बनायी और सांगठनिक स्तर पर पार्टी में गतिशीलता आयी. हालांकि सोनिया गांधी के कार्यकाल के आखिरी सालों में पार्टी 2014 का लोकसभा चुनाव हार गयी और कई राज्यों में भी सरकार से बाहर हो गयी.
सोनिया गांधी उत्तरप्रदेश की रायबरेली सीट का लोकसभा में प्रतिनिधित्व करती हैं, जहां से परंपरागत रूप से उनके परिवार का कोई न कोई सदस्य चुनाव लड़ता जा रहा है. सोनिया के रिटायर होने के आज के बयान से यह भी सवाल उठ रहा है कि क्या वे सिर्फ अध्यक्ष पद से रिटायर हो रही हैं या फिर संसदीय राजनीति से भी रिटायर हो जायेंगी. अगर 2019 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी चुनाव नहीं लड़ेंगी तो बड़ा सवाल यह है कि उनकी सीट से कौन चुनाव लड़ेगा. राजनीतिक हलकों में एक चर्चा है कि यहां से राहुल गांधी अगली बार चुनाव लड़ सकते हैं और अमेठी से प्रियंका गांधी या परिवार का कोई और सदस्य चुनाव लड़ सकता है.