अगले 10 साल में लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों के बेड़े को दोगुना करेगी भारतीय नौसेना
हैदराबाद : नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने शनिवार को कहा कि भारतीय नौसेना की एवियेशन इकाई आगामी दशक में अपने विमान बेड़े को दोगुना करके विमानों की संख्या बढ़ाकर करीब 500 करेगी. लांबा ने कहा कि हमारे पास नौसेना की एक एवियेशन इकाई है, जिसमें वर्तमान में 238 विमान हैं. इसमें लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर […]
हैदराबाद : नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने शनिवार को कहा कि भारतीय नौसेना की एवियेशन इकाई आगामी दशक में अपने विमान बेड़े को दोगुना करके विमानों की संख्या बढ़ाकर करीब 500 करेगी. लांबा ने कहा कि हमारे पास नौसेना की एक एवियेशन इकाई है, जिसमें वर्तमान में 238 विमान हैं. इसमें लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर और समुद्री गश्त करने वाले विमान शामिल हैं. हमारे पास एक योजना है. एक दशक के समय में यह नौसेना की विमान इकाई बढ़ जायेगी और इसमें विभिन्न तरह के करीब 500 विमान हो जायेंगे. लांबा ने यहां एयर फोर्स एकेडमी में कंबाइंड ग्रैजुएशन परेड की समीक्षा की.
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साबी गिरि के मुद्दे पर एक एक सवाल के जवाब में नौसेना प्रमुख ने कहा कि नौसेना उसे सीधे नौकरी में नहीं ले सकती, लेकिन यदि वह किसी एजेंसी के जरिये एक अनुबंध कर्मी के तौर पर आती है, तो बल उसे स्वीकार करने को तैयार है. साबी गिरि को लिंग परिवर्तन सर्जरी कराने के लिए सेवा से मुक्त कर दिया गया है. लांबा ने साबी गिरि की सेवा समाप्त करने का बचाव करते हुए कहा कि नौसेना लिंग तटस्थ सेवा है, लेकिन गिरि के कदम ने नियमों का उल्लंघन किया.
उन्होंने कहा कि विशिष्ट रूप से गिरि के मुद्दे में, उसे एक पुरुष के तौर पर नौसेना में शामिल किया गया था. नौसेना या नियम एवं शर्तों में ऐसा कोई प्रावधान नहीं कि आप जाकर वह करें, जो उसने किया है. इसीलिए उसे नियम एवं शर्तों का उल्लंघन करने के लिए सेवा से बर्खास्त कर दिया गया. लांबा ने कहा कि हमने अदालत से कहा कि हम वह नहीं कर सकते. हमने अदालत को बता दिया है कि यदि कोई निजी पक्ष उसे रख ले, वह नौसेना में एक अनुबंध कर्मी के तौर पर आये.
नौसेना प्रमुख लांबा ने कहा कि रक्षा इकाई सरकार के मेक इन इंडिया कार्यक्रम के प्रति प्रतिबद्ध है और वर्तमान में 34 पोत और पनडुब्बियां भारतीय गोदियों में निर्माणाधीन हैं . इस बीच वायुसेना अकादमी ने एक बयान में कहा कि 105 फ्लाइट कैडेट शनिवार को फ्लाइंग आफिसर के तौर पर पासआउट हुए, जिसमें 15 महिला अधिकारी शामिल हैं. अधिकारियों में दो लड़ाकू पायलट शामिल हैं.