अहमदाबाद : गुजरात विधानसभा के लिए दो चरण में हुई वोटिंग की मतगणना सोमवार सुबह आठ बजे शुरू हुई और इसमें कांग्रेस को भाजपा बड़ीमजबूती से टक्कर देती दिख रही है.पूरे चुनाव रूझान में भाजपा अागे चल रही है, लेकिन कांग्रेस उसे टक्कर देती दिख रही है. गृहप्रदेश होने के कारण इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के लिए गुजरात की चुनावी जंग जीतना अपने राजनीतिक करिश्मे को बनाये रखने के लिए जरूरी है,वहींकांग्रेसअध्यक्ष बनेराहुल गांधी के लिए शानदार पारी की शुरुआत के लिए इस चुनाव में बढ़त बनाना भी जरूरी है. यह चुनाव विकास बनाम जातीय उपेक्षा के मुद्दे पर लड़ा गया है और इसी आधार पर भाजपा और कांग्रेस दोनों यह उम्मीद कर रही है कि उसे जीत मिलेगी. गुजरात में अहमदाबाद और सूरत शहर की सीटें चुनाव परिणाम को प्रभावित करेगी और लंबे अरसे बाद दोनों शहरों की चार-चार सीटों पर कांग्रेस बढ़त बनाती दिख रही है.
अहमदाबाद व सूरत में कुल 32 सीटें हैं, जो 182 सदस्यों वाली राज्य विधानसभा की कुल सीटों का 18 प्रतिशत है. अहमदाबाद में भाजपा पिछली बार 16 में 14 सीटें जीत गयी थी, जबकि सूरत में 16 में 15 सीटें पिछली बार भाजपा ने जीत हासिल की थी. यानी दो बड़े शहरों की 32 में 29 सीटों पर भाजपा ने कब्जा जमा लिया था और कांग्रेस पर बड़ी बढ़त बना ली थी. लेकिन, राहुल गांधी यह उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार उन्हें दोनों प्रमुख शहरों में बढ़त मिलेगी. दोनों औद्योगिक नगरी हैं और कांग्रेस का मानना है कि नोटबंदी व जीएसटी से यहां के उद्योग व रोजगार प्रभावित हुए हैं, इसलिए उनकी नाराजगी उनके पक्ष में काम करेगी.
अहमदाबाद व सूरत में कई सीटें पटेलों के दबदबा वाले हैं और हार्दिक पटेल के नेतृत्व में पाटीदार आंदोलन का केंद्र यही दोनों शहर बने थे. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इन नगरों में विभिन्न तबकों से संपर्क किया. ऐसे में राहुल गांधी यह उम्मीद पाले हैं कि उन्हें इन दोनों शहरों में बढ़ त मिलेगी. बहरहाल कुछ घंटे में तसवीर साफ हो जायेगी.