विरोध के डर से 100 सालों में पहली बार स्थगित हुआ कार्यक्रम, पीएम भी लेने वाले थे हिस्सा
नयी दिल्लीः भारतीय साइंस कांग्रेस के कार्यक्रम् को विरोध की आशंका केमद्देनजरस्थगित कर दिया गया. 100 सालों में यह पहली बार हुआ है जब इस कार्यक्रम को स्थगित किया गया है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होने वाले थे. कार्यक्रम 3 से 7 जनवरी को होना था. इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी उस्मानिया […]
नयी दिल्लीः भारतीय साइंस कांग्रेस के कार्यक्रम् को विरोध की आशंका केमद्देनजरस्थगित कर दिया गया. 100 सालों में यह पहली बार हुआ है जब इस कार्यक्रम को स्थगित किया गया है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होने वाले थे. कार्यक्रम 3 से 7 जनवरी को होना था. इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी उस्मानिया यूनिवर्सिटी को दी गयी थी लेकिन उसने भी अपने हाथ यह कहते हुए खींच लिये कि परिषर के अंदर विरोध या किसी गड़बड़ी की आशंका है.
विज्ञान कांग्रेस भारतीय वैज्ञानिकों की सबसे बड़ी वार्षिक बैठक हैं. सुरक्षा अधिकारियों से पता चला है कि उस्मानिया यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दलितों और अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर कम सरकारी भर्तियां करने के विरोध में प्रदर्शन कर सकते हैं.
यह साल की सबसे बड़ी बैठक मानी जाती है. विश्वविद्यालय और सुरक्षा विभाग दोनों को इनपुट मिला की तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव द्वारा कम नौकरी और युवाओं को अवसर ना मिलने से नाराज छात्र कार्यक्रम को विरोध करेंगे. इसके अलावा दलित और अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर भी घेरने की कोशिश होगी.
इन आशंकाओं के कारण ISCA के जनरल सेक्रेटरी प्रोफेसर गंगाधर ने जानकारी दी, उस्मानिया यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर ने बताया कि परिसर में गड़बड़ी की वजह से निर्धारित समय पर विज्ञान कांग्रेस की शुरुआत करना संभव नहीं होगा. इसी कैंपस में 3 दिसंबर को छात्र ने आत्महत्या भी कर ली है. ऐसे समय में छात्र नाराज हैं.