धूमल और नड्डा नहीं, कोई चौंकाने वाला नाम हो सकता है हिमाचल का सीएम

शिमला : हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री को लेकर फंसा पेंच अब सुलझने की बजाय उलझते नजर आ रहा है. अब तक नये मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं हो पाया है. इस बीच दो विधायकों ने केंद्रीय नेतृत्व के सामने अपनी विधानसभा सीट पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के लिए छोड़ने की इच्छा जाहिर की है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2017 5:19 PM
शिमला : हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री को लेकर फंसा पेंच अब सुलझने की बजाय उलझते नजर आ रहा है. अब तक नये मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं हो पाया है. इस बीच दो विधायकों ने केंद्रीय नेतृत्व के सामने अपनी विधानसभा सीट पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के लिए छोड़ने की इच्छा जाहिर की है. गौरतलब है कि प्रेम कुमार धूमल हिमाचल विधानसभा चुनाव में सीएम पद के दावेदार थे.लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद अनिश्चितता बरकरार है. मतगणना के बाद कई दिनों तक जे पी नड्डा का नाम मुख्यमंत्री के दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा था लेकिन अब इसके आसार कम नजर आ रहे हैं. उधर बीजेपी के अंदरखाने से आ रही खबर के मुताबिक जेपी नड्डा और धूमल दोनों में कोई हिमाचल प्रदेश के सीएम नहीं होंगे. पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व कोई नये चेहरे की तलाश में है. यह चेहरा विधायकों के आम सहमति से चुनाव करेंगे.
सूत्रों के मुताबिक जयराम ठाकुर का नाम मुख्यमंत्री के दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं. केंद्रीय पर्यवेक्षक हिमाचल में मुख्यमंत्री का चुनाव करेंगे. जयराम ठाकुर की बात करें तो उन्हें 1998 में प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. उस समय उनके नेतृत्व में भाजपा चुनाव जीती थी और प्रेम कुमार धूमल दूसरी बार मुख्यमंत्री बने थे. इसके बाद उन्हें मंत्रिमंडल में भी शामिल किया गया था.
बताया जा रहा है कि भाजपा की केंद्रीय पर्यवेक्षक निर्मला सीतारमण और नरेन्द्र सिंह तोमर पार्टी के नव निर्वाचित विधायकों से मिलने के लिए आज यहां पहुंचे. वे दोनों उनके विचार जानेंगे और एक नये मुख्यमंत्री के नाम पर आमराय पर पहुंचेंगे. भाजपा सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय पर्यवेक्षक और पार्टी मामलों के प्रभारी मंगल पांडे के साथ बातचीत के लिए भाजपा विधायक दल की एक बैठक बुलाई गई है. साथ ही, शाम में कोर कमेटी की एक बैठक का भी कार्यक्रम है. सुजानपुर से भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल की हार ने हिमाचल प्रदेश में इस पद के लिए पार्टी के अन्य नेताओं का मार्ग प्रशस्त कर दिया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा और मंडी जिला के सेराज से पांच बार के विधायक जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री पद की दौड में अग्रिम पंक्ति में देखा जा रहा है. केंद्रीय पर्यवेक्षक कोर कमेटी के साथ भी बैठक करेंगे, जिनमें धूमल, प्रदेश पार्टी प्रमुख सतपाल सिंह सत्ती, राज्य से सभी पांच सांसद और संगठन सचिव पवन राणा शामिल हैं. पार्टी सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय नेताओं के विधायकों से एक- एक कर मिलने की भी संभावना है, ताकि वे उनके विचार जान सकें और मुख्यमंत्री पद के लिए किसी नाम का चयन आमराय से होगा.
गौरतलब है कि 68 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 44 सदस्य हैं. इस बीच, धमूल को मुख्यमंत्री बनाने की कोशिशें भी गति पकड रही है. दरअसल, भाजपा के तीन विधायकों ने उनके लिए अपनी सीट खाली करने की पेशकश की है. वहीं, पार्टी के कद्दावर नेता और कांगडा से लोकसभा सदस्य सहित कई अन्य नेताओं ने इस कदम का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला है और पार्टी का नेतृत्व करने के लिए कई नेता सक्षम हैं. इसके अलावा एक हारे हुए नेता के चयन से गलत संकेत जाएगा.

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