2जी के फैसले पर सदन में हंगामा, कांग्रेस और भाजपा के सदस्यों में नोकझोंक
नयी दिल्लीः बहुचर्चित 2जी मामले में आज विशेषअदालत के फैसले को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में सत्तापक्ष और कांग्रेस के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली. वर्ष 2017- 18 के लिये अनुदान की अनुपूरक मांग पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस के वीरप्पा मोइली ने अदालत के फैसले का जिक्र किया और […]
नयी दिल्लीः बहुचर्चित 2जी मामले में आज विशेषअदालत के फैसले को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में सत्तापक्ष और कांग्रेस के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली. वर्ष 2017- 18 के लिये अनुदान की अनुपूरक मांग पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस के वीरप्पा मोइली ने अदालत के फैसले का जिक्र किया और कहा कि इस मामले में पूर्व कैग को माफी मांगनी चाहिए और उन्हें जो पद दिए गए हैं उनसे इस्तीफा देना चाहिए और जो पुरस्कार दिए गए हैं उनको लौटाना चाहिए.
उन्होंने दावा किया कि 2जी मामले में दुनिया भर में देश की बदनामी हुई और इससे निवेश के बारे में भारत की स्थिति खराब हुई. सत्तापक्ष को संबोधित करते हुए मोइली ने कहा कि प्रस्ताव लाइए और 2जी पर कैग रिपोर्ट को खारिज करिए। उनके इस कथन के बाद सत्तापक्ष के सदस्यों ने आपत्ति जताई। निशिकांत दुबे सहित भाजपा के सदस्यों ने कहा कि जो व्यक्ति इस सदन के बाहर है उसके बारे में यहां चर्चा नहीं होनी चाहिए.
इस पर उपाध्यक्ष एम थम्बी दुरई ने सत्तापक्ष के सदस्यों से कहा कि जो आपत्तियां है उस पर वह गौर करेंगे. तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने भी चर्चा में भाग लेते हुए 2जी मामले में आज के फैसले का विषय उठाया और पूर्व कैग का जिक्र किया, हालांकि भाजपा के किरीट सोमैया ने इस पर विरोध जताया। अदालत ने आज 2जी मामले में कनिमोई और ए राजा सहित 17 आरोपियों को बरी कर दिया.