प्रेम कुमार धूमल और जयराम ठाकुर के समर्थक भिड़े, सीएम के नाम को लेकर सस्पेंस
शिमला : हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम पर अब भी गतिरोध जारी है. इस बीच आज प्रेम कुमार धूमल और जयराम ठाकुर के समर्थक के भिड़ने की खबर सामने आ रही है. हिमाचल के होटल पीटरहॉफ में भाजपा कोर कमिटी की बैठक जारी है. उधर होटल के बाहर सुबह से ही प्रेम कुमार धूमल […]
शिमला : हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम पर अब भी गतिरोध जारी है. इस बीच आज प्रेम कुमार धूमल और जयराम ठाकुर के समर्थक के भिड़ने की खबर सामने आ रही है. हिमाचल के होटल पीटरहॉफ में भाजपा कोर कमिटी की बैठक जारी है. उधर होटल के बाहर सुबह से ही प्रेम कुमार धूमल और जयराम ठाकुर के समर्थक नारेबाजी कर रहे हैं. बैठक में बतौर पर्यवेक्षक केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा प्रदेश प्रभारी मंगल पांडे मौजूद हैं.
उधर हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ नेता शांता कुमार कहा कि हिमाचल में मुख्यमंत्री का चेहरा तय करने के लिए दिल्ली से पर्यवेक्षक आए हैं. जल्द ही इस पर फैसला ले लिया जाएगा. किसी एक आदमी के लिए नारेबाजी सरासर गलत है. यदि में पार्टी अध्यक्ष होता तो इन सभी कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकाल देता. उधर केंद्रीय कमिटी के बैठक के दौरान नरेंद्र मोदी के समर्थन में भी नारे लगाये गये. कार्यकर्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री का चुनाव कार्यकर्ता करेंगे. इसलिए नारेबाजी करना किसी मामले पर सही नहीं है.
मुख्यमंत्री के रेस में जयराम ठाकुर का नाम सबसे आगे
जीत के बाद शुरुआती दौर में जेपी नड्डा और प्रेम कुमार धूमल का नाम मुख्यमंत्री के लिए सबसे आगे चल रहा था. लेकिन बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व ने यह जिम्मा विधायकों पर छोड़ दिया है. इस बीच बीजेपी के अंदरखाने से आ रही खबरों के मुताबिक पांचवी बार विधायक बने जयराम ठाकुर का नाम सीएम पद के लिए सबसे आगे बताया जा रहा है. जयराम ठाकुर का नाम मीडिया के सुर्खियों में आते ही प्रेम कुमार धूमल के समर्थकों ने लाबिंग तेज कर दी. जयराम ठाकुर भाजपा के पुराने नेता हैं और छात्र जीवन से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े हुए थे. केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, आरएसएस प्रचारक अजय जमवाल और शिमला से विधायक सुरेश भारद्वाज के नाम भी सीएम के लिए चर्चा में हैं.
हारने के बाद हिमाचल में बदल गये समीकरण
भाजपा ने प्रेम कुमार धूमल को सीएम उम्मीदवार घोषित कर चुनाव लड़ा था लेकिन धूमल चुनाव हार गये. उनके हार के बाद से मुख्यमंत्री के नाम को लेकर तलाश जारी है. अब तक किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पायी है.