#RKNagar: जयललिता की सीट पर AIADMK पिछड़ी, निर्दलीय दिनाकरण आगे, भाजपा को नोटा से भी कम वोट

चेन्नई :आरके नगर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव की रविवार को गहमा-गहमी के बीच मतगणना के तीसरे चरण की समाप्ति में निर्दलीय प्रत्याशी टी टी वी दिनाकरण ने अन्नाद्रमुक और द्रमुक के अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ बढ़त बनाये हुए हैं. इस बीच दोनों ओर के समर्थकों के बीच हल्‍की नोकझोक भी हुई जिसके कारण मतगणना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2017 10:38 AM

चेन्नई :आरके नगर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव की रविवार को गहमा-गहमी के बीच मतगणना के तीसरे चरण की समाप्ति में निर्दलीय प्रत्याशी टी टी वी दिनाकरण ने अन्नाद्रमुक और द्रमुक के अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ बढ़त बनाये हुए हैं. इस बीच दोनों ओर के समर्थकों के बीच हल्‍की नोकझोक भी हुई जिसके कारण मतगणना थोड़ी देर के लिए बाधित रहा.

तीसरा राउंड पूरा होने पर टीटीवी दिनाकरन 5447 वोटों के साथ बढ़त बनाये हुए हैं. AIADMK के ई मधुसूदन को 2512 वोट मिले हैं, DMK के एन मारुडु गणेश को 1367 वोट मिले हैं. आरके नगर सीट के लिए हुए उपचुनाव की मतगणना आज सुबह आठ बजे शुरू हुई जो फिलहाल जारी है.यहां भाजपा के लिए झटके वाली खबर यह हैं कि उसे नोटा से भी कम वोट मिले हैं.

विश्‍लेषकों की मानें तो इसके नतीजे से तमिलनाडु के राजनीतिक समीकरणों में बदलाव आ सकता है. दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के निधन से यह सीट रिक्त हुई है. क्वीन मैरी कॉलेज में आज सुबह आठ बजे मतगणना शुरू हुई और यह प्रक्रिया 19 राउंड में पूरा होने की संभावना है. केंद्र और राज्य सरकार के कम से कम 200 अधिकारियों को यहां इस काम के लिए तैनात किया गया है.

मतगणना के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है और राज्य एवं केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के जवान बहुस्तरीय सुरक्षा मुहैया करा रहे हैं. इस चुनाव के नतीजे सत्तारुढ अन्नाद्रमुक, विपक्षी नेता टीटीवी दिनाकरण और मुख्य विपक्ष द्रमुक सभी के लिए महत्वपूर्ण हैं. कुछ एग्जिट पोल में निर्दलीय प्रत्याशी टीटीवी दिनाकरण की जीत का दावा किया गया है लेकिन अन्नाद्रमुक और द्रमुक दोनों इस सीट पर चुनाव जीतने को लेकर आश्वस्त दिखे.

मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी और उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम वाले सत्ताधारी गुट के लिए यह एक कड़ी परीक्षा मानी जा रही है, क्योंकि इन परिणामों से यह पता चलेगा कि दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता के निधन के बाद जनता का इनके लिए क्या रुख है. इन उपचुनाव में दिनाकरण को अगर जीत हासिल होती है तो उससे उनके राजनीतिक करियर को उछाल मिलेगी.

दूसरी ओर , द्रमुक के लिए भी यह जीत मायने रखती है क्योंकि इससे उसे अपने उस अभियान का आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी कि लोग इस शासन से उकता गये हैं और सुशासन के लिए उसे सत्ता में भेजना चाहते हैं. दूसरी ओर द्रमुक को वाम, एमडीएमके और वीसीके सहित कई दलों का समर्थन प्राप्त है.

21 दिसंबर को हुए उपचुनाव में 77.68 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया था. उपचुनाव में कुल 59 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई हैं. यहां मुख्य मुकाबला अन्नाद्रमुक के ई मधुसूदनन, द्रमुक उम्मीदवार एन मारुथु गणेश और दिनाकरण के बीच है. वर्ष 2015 में आरके नगर उपचुनाव में जयललिता ने 1.5 लाख के भारी अंतर से जीत हासिल की थी.

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