गुजरात परिणाम से उत्साह: महाराष्‍ट्र की सत्ता तक पहुंचने का कांग्रेस बना रही है प्लान

मुंबई : हाल ही में संपन्न गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन से उत्साहित होकर महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) ने बड़ी संख्या में लोगों तक पहुंचने के लिए एक कार्यक्रम शुरू करने की योजना बनायी है. पार्टी इसके तहत राज्य के सभी 282 विधानसभा क्षेत्रों के लोगों तक पहुंचेगी. पार्टी सूत्रों के अनुसार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2017 12:28 PM

मुंबई : हाल ही में संपन्न गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन से उत्साहित होकर महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) ने बड़ी संख्या में लोगों तक पहुंचने के लिए एक कार्यक्रम शुरू करने की योजना बनायी है. पार्टी इसके तहत राज्य के सभी 282 विधानसभा क्षेत्रों के लोगों तक पहुंचेगी.

पार्टी सूत्रों के अनुसार पहले चरण का अभियान नये साल के दूसरे सप्ताह में शुरू होगा. इसका नेतृत्व पीसीसी अध्यक्ष अशोक चव्हान करेंगे. यह अभियान कोल्हापुर से शुरू होगा और पुणे में समाप्त होगा. इस अभियान में पार्टी नेता, सांसद, विधायक, पूर्व सांसद और पदाधिकारी हिस्सा लेंगे. उन्होंने कहा, कांग्रेस की राज्य इकाई की योजना भाजापा नीत सरकार के खिलाफ ऋण माफी और वादों को पूरा नहीं करने से संबंधित मुद्दों को उठाना है और इसके साथ ही साथ पार्टी के कार्यकर्ताओं को प्रेरित करके संगठन को मजबूत भी करने का है.

महाराष्ट्र में 2019 के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. पार्टी सूत्रों ने बताया कि राकांपा और अन्य दलों के साथ चुनावी गठबंधन का फैसला उपयुक्त समय पर लिया जाएगा. उन्होंने बताया, पार्टी इस बात को बखूबी जानती है कि विपक्ष एकता के नाम पर समझौता करने का मतलब यह नहीं है कि पार्टी पीछे आ गयी है.

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के परफार्मेंस ने महाराष्ट्र में 2019 के विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भाजपा की अगुवाई वाली देवेंद्र फडणवीस सरकार को हराने के लिए विपक्षी दलों की भूमिका की ओर ध्यान खींचा है. गुजरात में जहां मुख्य रुप से दो दल मुख्य भूमिका में रहते हैं, वहीं महाराष्ट्र पिछले दो दशक से कई दलों वाली प्रणाली रही है.

कांग्रेस के एक नेता ने कहा, हमारा इरादा गैर भाजपाई सभी दलों को जगह देना सुनिश्चित करना और किसानों की परेशानी सहित राज्य में अन्य मुद्दे उठाने के लिए विपक्ष एकता को मजबूत करने का है.

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