जी हां, भारत को फासीवाद नहीं, मोदी चाहिए:भाजपा

नयी दिल्ली : वित्त मंत्री पी चिदंबरम द्वारा भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की आलोचना करते हुए यह कहे जाने पर कि भारत को हिटलर और मुसोलिनी नहीं चाहिए, मुख्य विपक्षी दल ने आज तीखी प्रतिक्रिया करते हुए कहा, जी हां, इसीलिए देश को कांग्रेस नहीं नरेन्द्र मोदी चाहिए. चिदंबरम की इस टिप्पणी पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 29, 2014 6:22 PM

नयी दिल्ली : वित्त मंत्री पी चिदंबरम द्वारा भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की आलोचना करते हुए यह कहे जाने पर कि भारत को हिटलर और मुसोलिनी नहीं चाहिए, मुख्य विपक्षी दल ने आज तीखी प्रतिक्रिया करते हुए कहा, जी हां, इसीलिए देश को कांग्रेस नहीं नरेन्द्र मोदी चाहिए.

चिदंबरम की इस टिप्पणी पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने यहां कहा, ‘‘चिदंबरम को ऐसी बात करते समय याद रखना चाहिए था कि देश में अगर किसी का फासीवाद का इतिहास रहा है तो वह कांग्रेस का है. वह सही कह रहे हैं कि भारत को हिटलर और मुसोलिनी नहीं चाहिए और इसीलिए देश को मोदी चाहिए.’’ वित्त मंत्री ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कथित रुप से कहा है कि मोदी की राजनीति फासीवाद की सीमाओं के समीप हैं और भारत को हिटलर या मुसोलिनी नहीं चाहिए और न ही उसे देश की समस्याओं को सुलझाने के लिए 56 इंच के सीने वाला आदमी चाहिए.

लेखी ने कहा, ‘‘भारत में अगर फासीवाद का कोई उदाहरण है तो कांग्रेस है. इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगा कर नागरिकों के सारे मौलिक अधिकार समाप्त कर दिए. विरोधी दलों के नेताओं और विरोधियों को जेल में डाल दिया गया. लोगों की जबरन नसबंदी की गई और मीडिया पर सेंसरशिप लगाई गई.’’ उन्होंने कहा कि इसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी ऐसे ही तेवर दिखाते हुए हवाई अड्डे से ही एक मुख्यमंत्री को उनके पद से हटा दिया. राजीव गांधी के प्रधानमंत्री रहते ही सिख विरोधी जनसंहार हुआ. सोनिया गांधी को भी नहीं बख्शते हुए भाजपा नेता ने दावा किया कि उनके पिता मुसोलिनी की फौज में थे और वालमार्ट युद्ध में हिटलर के पक्ष में लडे थे.

Next Article

Exit mobile version