पीएम मोदी के मन को कश्मीर की टाॅपर अंजुम की कहानी ने किया प्रभावित, ”मन की बात” में किया जिक्र

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में सकारात्मक बदलाव के लिए काम कर रहे लोगों का जिक्र करते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा परीक्षा में अव्वल रहीं छात्रा अंजुम बशीर खान खट्टक की विपरीत हालात से उबर कर सफलता की कहानी को प्रेरणाप्रद बताया. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2017 5:18 PM

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में सकारात्मक बदलाव के लिए काम कर रहे लोगों का जिक्र करते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा परीक्षा में अव्वल रहीं छात्रा अंजुम बशीर खान खट्टक की विपरीत हालात से उबर कर सफलता की कहानी को प्रेरणाप्रद बताया. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे अनेक लोग हैं, जो अपने-अपने स्तर पर ऐसे कार्य कर रहे हैं, जिनसे कई लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ रहा है. वास्तव में, यही तो न्यू इंडिया है, जिसका हम सब मिल कर निर्माण कर रहे हैं. मोदी ने इन्हीं छोटी-छोटी खुशियों के साथ सकारारत्मक भारत से प्रगतिशील भारत की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाते हुए देशवासियों से नववर्ष में प्रवेश का आह्वान किया.

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इस साल के अंतिम मन कर बात कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि जब हम सकारात्मकाता की बात करते हैं, तो मुझे भी एक बात साझा करने का मन करता है. हाल ही में, मुझे कश्मीर के प्रशासनिक सेवा में अव्वल रहीं अंजुम बशीर खान खट्टक की प्रेरणादायी कहानी के बारे में पता चला. प्रधानमंत्री ने कहा कि अंजुम ने आतंकवाद और घृणा के दंश से बाहर निकल कर कश्मीर प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है. वहीं, साल 1990 में आतंकवादियों ने उनके पैतृक-घर को जला दिया था. आतंकवाद के कारण विस्थापन को विवश हुए अंजुम के परिवार की दास्तान बताते हुये प्रधानमंत्री ने कहा एक छोटे बच्चे के लिए उसके चारों ओर इतनी हिंसा का वातावरण, दिल में अंधकार और कड़वाहट पैदा करने के लिए काफी था, पर अंजुम ने ऐसा नहीं होने दिया.

पीएम मोदी ने अपने मन की बात में कहा कि उन्होंने कभी आशा नहीं छोड़ी. उन्होंने अपने लिए एक अलग रास्ता चुना, जनता की सेवा का रास्ता. विपरीत हालात से उबर कर सफलता की अपनी कहानी खुद लिखने वाली अंजुम को मोदी ने जम्मू और कश्मीर ही नहीं, बल्कि पूरे देश के युवाओं के लिए प्रेरणाप्रद बताया. उन्होंने कहा कि अंजुम ने साबित कर दिया है कि हालात कितने ही खराब क्यों न हों, सकारात्मक कार्यों के द्वारा निराशा के बादलों को भी ध्वस्त किया जा सकता है.

प्रधानमंत्री ने पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर की कुछ बच्चियों से अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि उनमें दिखे जज्बा, उत्साह और सपने बता रहे थे कि वे जीवन में कैसे-कैसे क्षेत्र में प्रगति करना चाहती हैं. उनके साथ बिताये समय को स्वयं अपने लिए प्रेरणा का स्रोत बताते हुए मोदी ने कहा कि यही तो देश की ताकत हैं , यही तो मेरे युवा हैं, ये ही तो मेरे देश का भविष्य हैं.

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