मुंबई : कमला मिल में आग लगने से 14 लोगों की मौत हो गयी थी जबकि 21 लोगों के घायल हो गये थे. इस मामले में न्याय की गुहार मुंबई उच्च न्यायलय तक पहुंची है. कमला मिल में लगी आग के मामले में सीबीआई जांच की मांग की गयी है. जांच की मांग को लेकर दायर की गयी इस याचिका में घायल लोगों के लिए भी मुआवजे की मांग की गयी है.
इस घटना के बाद बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) जागा और अवैध निर्माण हथौड़ा चलाया था. जांच टीम ने पाया कि 600 से ज्यादा प्रतिष्ठानों की छतों पर शनिवार और रविवार को अवैध रेस्ट्रों का कारोबार चलता है. इस मामले में 100 से ज्यादा अधिकारियों पर शिकंजा कस सकता है.
अधिकारियों और इंजीनियर मिलकर इस तरह के अवैध कारोबार को मंजूरी देते थे. इस मामले में नगर निगम आयुक्त अजोय मेहता ने इन सभी के खिलाफ जांच करने का फैसला लिया है. अब इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की गयी है. माना जा रहा है कि इस मामले में कई लोगों के नाम सामने आयेंगे जिनमें कई बड़े नाम और नेता भी शामिल हो सकते हैं.
314 होटल टूटे
इस घटना के बाद 314 होटल, रेस्तरां को हटाया गया. 7 होटल बंद कर दिये गये. होटल में आपात स्थिति में निकलने के लिए कोई रास्ता नहीं था इसे लेकर कई अवैध निर्माण भी ढाहे गये हैं. यहां से कई ऐसे सामान भी जब्त किये गये जिनमें 417 सिलिंडर भी शामिल है. मॉनसून के नाम पर बनाए शेड हटा दिए गए. छज्जे के रूप में बने अवैध निर्माण को तोड़ा गया. कई फूलदान जिसमें पौधे लगे थे और उन्हें रास्ते में रख दिया गया था उन्हें भी तोड़ दिया गया.
हादसे के बाद क्या बोले मुख्यमंत्री
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि इस कांड के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उस पर फौजदारी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि बिना परमिशन वाले ऐसे अन्य निर्माण को चिह्नित कर तोड़ा जायेगा. शिवसेना ने आज लोकसभा में इस मामले की न्यायिक जांच कराने की भी मांग की.घटनास्थल का मुआयना करने के बाद उन्होंने कहा कि बीएमसी के कमिश्नर को उन्होंने जांच के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि निर्दोष की मौत के लिए जो लोग जिम्मेवार होंगे पर पर कार्रवाई होगी.इस मामले में बीएमसी यानी बंबई महानगरपालिका के पांच अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है.