राज्यसभा चुनाव : टूट गया आप का “विश्वास”, इन दो बाहरियों पर भरोसा

नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी के कुमार विश्वास से जब भी राज्यसभा पर सवाल किया गया, तो उन्होंने संकेतों में यह संदेश दे दिया कि वह राज्यसभा जाना चाहते हैं. पार्टी के अंदर कार्यकर्ता भी कुमार की वाककुशलता से अच्छी तरह परिचित हैं. कुमार विश्वास के साथ दो और नामों की चर्चा थी. इनमें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2018 1:44 PM

नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी के कुमार विश्वास से जब भी राज्यसभा पर सवाल किया गया, तो उन्होंने संकेतों में यह संदेश दे दिया कि वह राज्यसभा जाना चाहते हैं. पार्टी के अंदर कार्यकर्ता भी कुमार की वाककुशलता से अच्छी तरह परिचित हैं. कुमार विश्वास के साथ दो और नामों की चर्चा थी. इनमें पार्टी के नेता संजय सिंह और आशुतोष का नाम शामिल था. अब खबर है कि पार्टी नेइनमें से एक नाम आशुतोष से किनारा कर लिया है, जबकि संजय सिंह अभी भी राज्यसभा की रेस में शामिल हैं. संजय के अलावा जिन दो लोगों के नाम की चर्चा है उनमें सुनील गुप्ता और नवीन गुप्ता का नाम शामिल हैं.

कौन है सुशील और नारायण दास
सुशील गुप्ता दिल्ली के बड़े कारोबारियों में एक हैं. इनके कई स्कूल और अस्पताल हैं. सुशीाल ने अभी एकमाह पहले ही कांग्रेस का साथ छोड़ा है. दूसरा नाम नारायण का है वह चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और फिलहाल द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के उपाध्यक्ष रहे हैं. इन दो नामों के सामने आने से पार्टी के कई कार्यकर्ता नाराज हैं. पार्टी को तीन नामों पर विचार करना है. राज्‍यसभा के लिए तीन सीटों पर चुनाव होंगे. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 5 जनवरी है. 70 सीट वाली दिल्ली विधानसभा में आप के 66 विधायक हैं.
क्यों रह गये कुमार पीछे
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो कुमार ने राज्यसभा के सवाल पर खुलकर अपना पक्ष रखा. पार्टी ने सामूहिकविचारों को महत्व नहीं दिया और ना ही पीएससी की बैठक का इंतजार किया. पार्टी के कई नेताओं को कुमार की बयानबाजी पसंद नहीं आयी. कुमार के बयान ने पार्टी कार्यकर्ताओं को भी दो फाड़कर दिया. कुमार के कई समर्थक पार्टी पर दबाव बनाने लगे. 28 दिसंबर को पार्टी के कुछ कार्यकर्ता कुमार को राज्यसभा भेजने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गये थे. कुमार ने ट्वीट कर उन्हें हटने का अनुरोध किया था.
कब होगा ऐलान
आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मामलों की कमेटी (पीएसी) की बैठक बुधवार को होनी है. इस बैठक में इन नामों पर चर्चा होगी. इस बैठक के बाद राज्यसभा के लिए उम्मीदवारों का ऐलान होगा. पार्टी के अंदर और बाहर इन नामों पर चर्चा जोर पकड़ रही है. कार्यकर्ता इससे हैरान हैं कि पार्टी के अंदर क्या ऐसा कोई नेता नहीं जिसे राज्यसभा भेजा जा सके. पार्टी इन दो बाहरी नामों पर क्यों विश्वास कर रही है. कई लोग इसे पार्टी की रणनीति से जोड़कर देख रहे हैं. ध्यान रहे कि आप ने रघुराम राजन को राज्यसभा के लिए चुना था लेकिन राजन ने मना कर दिया.
ध्यान रहे कि आम आदमी पार्टी के खेमे से राज्यसभा उम्मीदवारी के लिए रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का नाम भी सामने आया था, लेकिन मीडिया में अपने नाम की चर्चा शुरू होते ही राजन ने ऐसे किसी प्रस्ताव से इनकार कर विराम लगा दिया था.

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