अंग्रेजों की जीत का जश्‍न, दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प, पुणे में जगह-जगह प्रदर्शन

पुणे : पुणे जिले में भीमा-कोरेगांव की लड़ाई की 200 वीं सालगिरह पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान सोमवार को हुई हिंसा में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हुई है. इस लड़ाई में ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना ने पेशवा की सेना को हराया था. दलित नेता इस ब्रिटिश जीत का जश्न मनाते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2018 2:19 PM

पुणे : पुणे जिले में भीमा-कोरेगांव की लड़ाई की 200 वीं सालगिरह पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान सोमवार को हुई हिंसा में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हुई है. इस लड़ाई में ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना ने पेशवा की सेना को हराया था. दलित नेता इस ब्रिटिश जीत का जश्न मनाते हैं. वहीं आज मंगलवार को पुणे में कई जगहों पर प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे लोग काफी उग्र हैं. महाराष्‍ट्र में कई जगहों पर प्रदर्शन जारी है

सैकड़ों की तादाद में लोगों ने मुलुंद, चेम्बुर, भांडुप, विख्रोली के रमाबाई आंबेडकर नगर और कुर्ला के नेहरू नगर में ट्रेन ऑपरेशंस को रोक दिया. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त लक्ष्मी गौतम ने कहा कि यहां समूह में लोग मौजूद हैं जो रास्ता रोकने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस अब तब उन्‍हें हटाने में कामयाब रही है.

एक वीडियो में देखा गया कि एनडीटीवी के एक रिपोर्टर पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया. आपको बता दें कि ऐसा समझा जाता है कि तब अछूत समझे जाने वाले महार समुदाय के सैनिक ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना की ओर से लड़े थे. हालांकि, पुणे में कुछ दक्षिणपंथी समूहों ने इस ब्रिटिश जीत का जश्न मनाये जाने का विरोध किया था.

पुलिस ने बताया कि जब लोग गांव में युद्ध स्मारक की ओर बढ रहे थे तो आज दोपहर शिरुर तहसील स्थित भीमा कोरेगांव में पथराव और तोडफोड की घटनाएं हुईं. एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कल देर शाम बताया कि हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हुई है. हालांकि, उसकी पहचान और कैसे उसकी मौत हुई इसका अभी ठीक-ठीक पता नहीं चला है.

हिंसा तब शुरू हुई जब एक स्थानीय समूह और भीड़ के कुछ सदस्यों के बीच स्मारक की ओर जाने के दौरान किसी मुद्दे पर बहस हुई. भीमा कोरेगांव की सुरक्षा के लिये तैनात एक पुलिस अधिकारी ने बताया, बहस के बाद पथराव शुरू हुआ. हिंसा के दौरान कुछ वाहनों और पास में स्थित एक मकान को क्षति पहुंचाई गयी.

उन्होंने बताया कि पुलिस ने घटना के बाद कुछ समय के लिये पुणे-अहमदनगर राजमार्ग पर यातायात रोक दिया. उन्होंने बताया कि गांव में अब हालात नियंत्रण में है. अधिकारी ने बताया, राज्य रिजर्व पुलिस बल की कंपनियों समेत और पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन नेटवर्क को कुछ समय के लिये अवरुद्ध कर दिया गया ताकि भड़काऊ संदेशों को फैलाने से रोका जा सके.

Next Article

Exit mobile version