नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने आज पीएसी की बैठक में तीन नामों पर सहमति दे दी. संजय सिंह, एनडी गुप्ता और सुशील राज्यसभा जायेंगे. बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, हम 18 लोगों से संपर्क में थे. हमारी कोशिश थी, इनमें से किसी को भेजा जाए. ज्यादातर लोगों ने कहा, हमने पूरी ईमानदारी से काम किया है. अगर हम राज्यसभा गये, तो हमारी आजादी नहीं बचेगी. लोग इसे राजनीति से जोड़कर देखेंगे. इसलिए कुछ लोगों ने मना कर दिया. कुछ ने कहा, हम आपकी पार्टी से काम करना चाहते हैं लेकिन अगर अभी राज्यसभा गये, तो हमारी सात पीढ़ियों का हिसाब होगा. हमें बर्बाद करने की कोशिश करेंगे. इस डर से भी लोगों ने मना कर दिया. हालांकि सबने हमें समर्थन देने की बात कही.
कौन है सुनील और नारायण
पार्टी के लोगों को भेजने पर विचार
मनीष ने कहा, इसके बाद हमने फैसला लिया जिसमें पार्टी के लोगों को भेजने पर चर्चा हुई. अरविंद केजरीवाल चाहते थे कि किसी बाहरी व्यक्ति को भेजा जाए. हमने हाई लेवल नहीं लेकिन वैसे लोग जो अच्छा काम कर रहे हैं उन्हें भेजा जाए. पहला नाम संजय सिंह का है उन्होंने पार्टी के लिए शानदार काम किया है.
दूसरा नाम एनडी गुप्ता- नारायण दास गुप्ता का है देश की आर्थिक स्थिति पर काम करने वालों में एक है. इनका पूरा जीवन भारत सरकार के साथ मिलकर काम किया है. तीसरा नाम सुशील गुप्ता का है. यह 15 हजार बच्चों को मुफ्त में शिक्षा देते हैं. दिल्ली और हरियाणा में अस्पताल और स्कूल में चलते हैं. इन्होंने ब्लाइंड बच्चों के लिए भी काम किया है.
अब आशुतोष और कुमार विश्वास का क्या ?
मनीष ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, हमने आपसी सहमति से इसपर फैसला लिया है.अब आशुतोष और कुमार विश्वास की क्या भूमिका होगी, क्या वह लोकसभा का चुनाव ?. इस सवाल पर उन्होंने कहा, यह उस वक्त तय होगा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बैठक में कुमार विश्वास और आशुतोष के नाम पर चर्चा नहीं हुई. कुमार विश्वास को लेकर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं. कुमार भी कई बार स्पष्ट तौर पर अपने विचार रखते रहे हैं.
आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल अंडमान से दिल्ली लौटे और बैठक में इन नामों पर सहमति बनी .राज्यसभा सीट पर पार्टी के बाहर सबसे ज्यादा चर्चा कुमार के नाम को लेकर थी लेकिन इस नाम पर कोई चर्चा नहीं हुई. पार्टी ने इससे पहले 18 लोगों से संपर्क किया जिनमें रघुराम राजन, राजजेठमलानी, यशवंत सिन्हा जैसे नाम शामिल थे. अब जीएसटी विशेषज्ञ एनडी गुप्ता और व्यपारी सुशील गुप्ता का नाम तय माना जा रहा था और मनीष ने बैठक के बाद उन्ही नामों की घोषणा की . पार्टी के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो कई कार्यकर्ता हैं जो इन दो नामों से सहमत नहीं हैं लेकिन पीएसी की बैठक के बाद कार्यकर्ताओं ने चुप्पी साध रखी है.