नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने जिन तीन लोगों को राज्यसभा भेजने का ऐलान किया है उसमें सबसे ज्यादा विवादों में सुशील कुमार गुप्ता का नाम है. सुशील बड़े कारोबारी है. इस नाम को लेकर पार्टी के अंदर और बाहर दोनों तरफ विरोध हो रहा है. आप से किनारा कर चुके योगेन्द्र यादव ने भी इस नाम पर हैरानी जतायी. आप से निष्कासित कपिल मिश्रा ने अपने टि्वटर अकाऊंट पर एक पोल किया.
इस पोज में उन्होंने जनता की राय आमंत्रित करते हुए सवाल पूछा, क्या आपको लगता है केजरीवाल ने राज्यसभा की सीटों को पैसे लेकर बेचा है?. इस ट्वीट पर जो प्रतिक्रिया आयी है. उसमें 87 प्रतिशत लोगों ने माना है कि अरविंद केजरीवाल ने राज्यसभा के उम्मीदवार के नाम के लिए समझौता किया है. इस 13 फीसद लोग ऐसे भी हैं जो मानते हैं कि केजरीवाल ने पैसे नहीं लिये.
सोशल मीडिया पर कई ट्वीट ऐसे हैं जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि पार्टी आंदोलन से नहीं पैसे से चलती है. अगर केजरीवाल को पार्टी चलानी है तो उन्हें फंड चाहिए. आप भी दूसरी पार्टियों की राह पर चल रही है जहां पैसा सारे अहम फैसले लेता है. इस ट्वीट के अलावा सुशील के विरोध और कुमार विश्वास के समर्थन में कई ट्वीट हैं. दूसरी तरफ कपिल मिश्रा राजघाट पर बैठे हैं. उन्होंने ऐलान किया है कि यहां बैठे- बैठे उन्हें विचार आया है, राज्यसभा की इस सौदेबाजी को, आंदोलन के हत्यारों को चुनौती देना आवश्यक है. ये आंदोलन कार्यकर्ताओं के बलिदान और त्याग की गाथाओं से भरा हुआ हैं.