नयी दिल्ली: आधार डेटा में सेंध के मामले में एक समाचार पत्र की खबर परकार्रवाई को लेकर आलोचना के बीच विधि व आइटी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आज कहा कि सरकार प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि इस मामले में अज्ञात इकाइयों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
प्रसाद ने इस मामले में सोशल मीडिया वेबसाइट ट्वीटर पर लिखा है, सरकार भारत के विकास के लिए प्रेस की स्वतंत्रता व आधार की संरक्षा व सुरक्षा बनाए रखने को प्रतिबद्ध है. प्राथमिकी एफआइआर अज्ञात लोगों के खिलाफ है. उल्लेखनीय है कि आधार जारी करने वाले भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआइडीएआइ) के एक उपनिदेशक की शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी में ट्रिब्यून समाचार पत्र की उस पत्रकार का नाम भी शामिल है जिसने इस मामले का खुलासा अपने समाचार में किया.
प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर आलोचकों के निशाने पर आने के बाद प्राधिकरण ने कहा कि वह प्रेस की आजादी समेत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करता है. प्राधिकार के अनुसार उसकी पुलिस शिकायत को संवाददाता को रोकने की कोशिश की तरह नहीं देखना चाहिए.
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने भी प्राथमिकी वापस किये जाने को लेकर सरकार से दखल की मांग की और कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए.
प्रसाद के अनुसार: मैंने यूआइडीएआइ को सुझाव दिया है कि वह ट्रिब्यून व इसकी पत्रकार से पुलिस को हर संभव मदद का आग्रह करे ताकि वास्तविक दोषियों का पता लगाया जा सके.