रिसर्च छोड़ बेटा बना आतंकी तो बोले पिता- कब आतंकी बन गया पता नहीं

अलीगढ़ /श्रीनगर : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के रिसर्च स्कॉलर मनान बशीर वानी के आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने की खबर से हड़कंप मच गया है. एके-47 राइफल के साथ उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. मनान जिस हॉस्टल में रहता था, पुलिस ने वहां छापेमारी कर कई चीजें बरामद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2018 9:50 AM

अलीगढ़ /श्रीनगर : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के रिसर्च स्कॉलर मनान बशीर वानी के आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने की खबर से हड़कंप मच गया है. एके-47 राइफल के साथ उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. मनान जिस हॉस्टल में रहता था, पुलिस ने वहां छापेमारी कर कई चीजें बरामद की हैं.

वह एप्लाइड जियोलॉजी में पीएचडी कर रहा था और दो जनवरी तक कैंपस में था. पिछले साल उसने जीआइएस तकनीक और रिमोट सेंसिंग को लेकर अपनी रिपोर्ट समिट की थी, जिसके लिए उसे भोपाल में पुरस्कृत भी किया गया था. इधर, एएमयू प्रशासन ने उसे सोमवार को निष्कासित कर दिया है. प्रशासन का कहना है कि जांच होने पर ही पता चल सकेगा कि सच्चाई क्या है.

वानी दक्षिण कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के लोलाब का रहनेवाला है. वह पांच साल से एएमयू में रह रहा था और वहीं से उसने एमफिल की डिग्री ली थी. एमफिल के बाद ज्योलाजी में पीएचडी कर रहा मनान कुपवाड़ा के एक संभ्रांत परिवार से संबंध रखता है. पिता राज्य स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत लेक्चरर हैं. एक भाई जूनियर इंजीनियर है. दो दिन पहले फेसबुक पर उसकी तस्वीर सामने आयी. इसमें उसके हाथ में एके-47 राइफल थी.

परिवार ने रविवार को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी गयी. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की. अब इस बात की जांच की जा रही है कि कैसे उसने पीएचडी की रिसर्च छोड़कर आतंक की राह अपना ली. दूसरी तरफ पुलिस का कहना है कि वानी के आतंकी संगठन में शामिल होने की खबर पुष्ट नहीं हो सकी है. हथियार के साथ उसकी तस्वीर सामने आने की खबर पक्की है, लेकिन तस्वीर फोटोशॉप की जा सकती है. सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं. उसके परिजनों व कुछ दोस्तों से पूछताछ की गयी है.

पिता ने कहा : वह तो घर के लिए चला था मेरा बेटा कब आतंकी बन गया पता नहीं

पिता बशीर अहमद ने कहा कि मुझे नहीं पता कि मेरा बेटा कब आतंकी बना. वह तो पढ़ने -लिखने वाला नौजवान था. पिछले साल भोपाल में एक अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में उसे सम्मानित किया गया था. उसे तो दिसंबर के अंत में घर आना था. अलीगढ़ से जब रवाना हुआ, तो उसने सूचित भी किया, लेकिन वह घर नहीं पहुंचा. पांच जनवरी को सोशल मीडिया पर उसकी एक तस्वीर वायरल हुई. हमने उसके लापता होने की शिकायत भी दर्ज करायी है.

विवि के हॉस्टल में छापेमारी

वानी के हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने की खबर के बाद अलीगढ़ एसएसपी ने एएमयू के हबीब हॉस्टल में छापेमारी की, जहां वह रहता था. एसएसपी ने बताया कि छात्र के हॉस्टल से सामान जब्त कर लिया गया है और उसकी जांच की जा रही है. अभी तक इस बारे में कोई तथ्य नहीं मिले हैं. तस्वीर की भी जांच की जा रही है.

संपन्न परिवार से है वानी: मनान का परिवार काफी संपन्न है. उसके पिता लेक्चरर हैं. भाई जूनियर इंजीनियर है. वानी ने 10वीं तक की पढ़ाई लोलाब में जवाहर नवोदय विद्यालय से की.

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