Special on birthday : देश की पहली मुस्लिम महिला शिक्षक थीं फातिमा शेख
भारत की पहली मुस्लिम महिला शिक्षक फातिमा शेख का आज जन्मदिन है. फातिमा शेख ने लड़कियों खासकर दलित और मुस्लिम समुदाय की लड़कियों को शिक्षित करने में सन् 1850 के दौर में अहम योगदान दिया था. हालांकि आज फातिमा शेख के कार्यों के बारे में बहुत जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन इस बात से सभी […]
भारत की पहली मुस्लिम महिला शिक्षक फातिमा शेख का आज जन्मदिन है. फातिमा शेख ने लड़कियों खासकर दलित और मुस्लिम समुदाय की लड़कियों को शिक्षित करने में सन् 1850 के दौर में अहम योगदान दिया था. हालांकि आज फातिमा शेख के कार्यों के बारे में बहुत जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन इस बात से सभी वाकिफ हैं कि फातिमा शेख ने दलित महिलाओं को शिक्षित करने का प्रयास करने वाली सावित्री बाई फुले और महात्मा ज्योतिबा फुले के साथ काम किया था और उन्हें भरपूर सहयोग दिया था.
पहली बार व्यावहारिक नज़रिये से सभी संप्रदायों की महिलाओं को शिक्षा के ज़रिये ताकत देने की शुरुआत कराने वाली इन दो महिलाओं की चिर ऋणी हैं हम सभी पढी लिखी भारतीय महिलायें । सादर प्रणाम ।🌺 https://t.co/MMlnJwtslv
— Mrinal Pande (@MrinalPande1) January 9, 2018
जिस वक्त सावित्री बाई फुले ने दलितों के उत्थान के लिए लड़कियों को शिक्षित करने का काम शुरू किया था, उन्हें घर से निकाल दिया गया था, उस वक्त फुले दंपती को फातिमा शेख ने अपने घर में जगह दी थी. सावित्री फुले ने जब स्कूल खोला उस वक्त बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं मिल रहे थे, लेकिन फातिमा शेख ने उनकी मदद की और स्कूल में लड़कियों को पढ़ाया. उनके प्रयासों से ही मुस्लिम लड़कियां स्कूल जाने लगीं. फातिमा शेख को दलित-मुस्लिम एकता के सूत्रधारों में से एक माना जाता है.