विधायक ने कहा, कश्मीर में मारे गये आतंकी शहीद, हमारे भाई, नकवी बोले-तरक्की के दुश्मन हमारे भाई कैसे
श्रीनगर : आतंकियों को लेकर जम्मू-कश्मीर के पीडीपी विधायक एजाज अहमद मीर ने एक विवादित बयान दिया है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कश्मीर में जो आतंकवादी मारे जाते हैं, वे शहीद हैं. वे हमारे भाई हैं और कुछ तो नाबालिग हैं जिन्हें यह भी नहीं पता कि वे क्या कर रहे […]
श्रीनगर : आतंकियों को लेकर जम्मू-कश्मीर के पीडीपी विधायक एजाज अहमद मीर ने एक विवादित बयान दिया है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कश्मीर में जो आतंकवादी मारे जाते हैं, वे शहीद हैं. वे हमारे भाई हैं और कुछ तो नाबालिग हैं जिन्हें यह भी नहीं पता कि वे क्या कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनकी मौत पर हमें जश्न नहीं मनाना चाहिए, वे कश्मीर के ही निवासी हैं. यह हमारी सामूहिक असफलता है. सुरक्षाबलों के शहीद होने पर भी हमें दुख होता है. हमें जवानों और आतंकवादियों के माता-पिता से संवेदना रखनी चाहिए. एजाज ने आगे कहा कि कश्मीर में एक लाख से ज्यादा लोग मारे गये हैं. कश्मीर समस्या को सुलझाने के लिए और कितने मौतों की जरूरत पड़ेगी. एजाज अहमद के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की तरक्की के दुश्मन किसी के भाई कैसे हो सकते हैं.
नकवी ने कहा, आतंकी और अलगाववादी कश्मीर, कश्मीरियों, शांति और विकास के दुश्मन हैं. भाजपा नेता जफर इस्लाम ने कहा कि इस तरह के जो बयान देते हैं उन पर तरस आता है. उन्होंने कहा कि सुर्खियों में रहने के लिएलोग इस तरह के बेतुके बयान देते हैं. राज्य के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कहा कश्मीर को एक छाया युद्ध लड़ना पड़ रहा है. गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चल रहे शीतकालीन सत्र से बाहर आते हुए एजाज अहमदने मीडिया से बातचीत में उक्त बातें कहीं. ज्ञातव्य है, जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमला हुआ था. अमरनाथ यात्रियों पर हमले को लेकर पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था जो पीडीपी विधायक एजाज अहमद मीर का ड्राइवर था.
एजाजअहमद के इस बयान के बाद पीडीपी के साथ भाजपा के गठबंधन पर भी सवाल उठने लगे हैं. इससे पहले भी पीडीपी नेताओं के बयान भाजपा को असहज स्थिति डालते रहे हैं. धारा 370, अनुच्छेद 35A समेत कई मसलों पर पीडीपी नेताओं ने भाजपा को मुश्किल परिस्थितयों में डाला है.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने स्थानीय आतंकवादियों से आतंक का रास्ता छोड़कर घर वापस लौटने की गुजारिश की है. साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में जारी हिंसा को रोकने के लिए बीते रविवार को पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू करने की वकालत की थी. इस पर मीर ने कहा कि अब समय आ गया है कि हुर्रियत, उग्रवादियों और दूसरे पक्षकारों से कश्मीर मुद्दे पर बात की जाये ताकि इस खूनी संघर्ष को रोका जा सके. दोनों देशों को कश्मीर मुद्दे पर सार्थक बातचीत शुरू करनी चाहिए.