स्वामी विवेकानंद से क्या सीख सकते हैं युवा, जानें दस बड़ी बातें
आज 12 जनवरी है, स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन. स्वामी विवेकानंद भारत के उन चुनिंदा महापुरूषों में शुमार हैं, जिनके जीवन से ना सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी लोगों ने प्रेरणा ली. मात्र 39 वर्ष की उम्र में उनका देहांत हो गया, लेकिन इतने कम समय में ही उन्होंने अपने जीवन और सिद्धांतों से […]
आज 12 जनवरी है, स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन. स्वामी विवेकानंद भारत के उन चुनिंदा महापुरूषों में शुमार हैं, जिनके जीवन से ना सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी लोगों ने प्रेरणा ली. मात्र 39 वर्ष की उम्र में उनका देहांत हो गया, लेकिन इतने कम समय में ही उन्होंने अपने जीवन और सिद्धांतों से लोगों के सामने आदर्श प्रस्तुत किया. वे युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं और उनके जन्मदिन को देशभर में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है. आज उनके जन्मदिन पर हम उन दस बातों का जिक्र कर रहे हैं, जिन्हें युवा अपने जीवन में उतार सकते हैं-
1. पढ़ने के लिए सबसे जरूरी है एकाग्रता, एकाग्रता के लिए जरूरी है ध्यान. ध्यान से ही हम इन्द्रियों पर संयम रखकर एकाग्रता प्राप्त कर सकते हैं.
2. ज्ञान स्वयं में वर्तमान है, मनुष्य केवल उसका आविष्कार करता है.
3. उठो और जागो और तब तक रुको नहीं जब तक कि तुम अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते.
4. सीखना जीवनपर्यंत चलने वाली प्रक्रिया है, जब तक जीना, तब तक सीखना है. अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है.
5. पवित्रता, धैर्य और उद्यम- ये तीनों गुण मैं एक साथ चाहता हूं.
6. लोग तुम्हारी स्तुति करें या निंदा, लक्ष्य तुम्हारे ऊपर कृपालु हो या न हो, तुम्हारा देहांत आज हो या युग में, तुम न्यायपथ से कभी भ्रष्ट न हो.
7. जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिए, नहीं तो लोगो का विश्वास उठ जाता है.
8. खुद पर विश्वास रखना सीखो, क्योंकि खुद पर विश्वास रखें बिना जीवन में सफलता संभव नहीं.
9. किसी भी काम में सफलता के लिए यह जरूरी है कि एक बार में एक ही काम करो और पूरी तरह उसमें डूबकर काम करो.
10. संघर्ष से कभी घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि संघर्ष जितना बड़ा होगा, सफलता उतनी ही बड़ी मिलेगी.