इसरो के 100वें उपग्रह के प्रक्षेपण की उलटी गिनती शुरू, साथ में प्रक्षेपित होंगे छह अन्य देशों के उपग्रह

चेन्नई : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के 100वें उपग्रह के प्रक्षेपण के लिए 28 घंटों की उलटी गिनती गुरुवार से शुरू हो गयी. चेन्नई से 110 किलोमीटर दूर स्थित श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से इस 100वें उपग्रह के साथ 30 अन्य उपग्रह भी अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किये जायेंगे. अपने इस 42वें मिशन के लिए इसरो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2018 8:23 PM

चेन्नई : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के 100वें उपग्रह के प्रक्षेपण के लिए 28 घंटों की उलटी गिनती गुरुवार से शुरू हो गयी. चेन्नई से 110 किलोमीटर दूर स्थित श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से इस 100वें उपग्रह के साथ 30 अन्य उपग्रह भी अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किये जायेंगे.

अपने इस 42वें मिशन के लिए इसरो भरोसेमंद कार्योपयोगी ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-सी40 को भेजेगा जो कार्टोसेट-2 शृंखला के उपग्रह और 30 सह-यात्रियों (जिनका कुल वजन करीब 613 किलोग्राम है) को लेकर शुक्रवार की सुबह 9 बजकर 28 मिनट पर उड़ान भरेगा. मिशन तैयारी समीक्षा समिति और प्रक्षेपण प्राधिकरण बोर्ड द्वारा तय किये गये समय पर मुहर लगाये जाने के बाद इसरो ने कहा, पीएसएलवी-सी40/ कार्टोसेट2 शृंखला के उपग्रह मिशन की 28 घंटे की उलटी गिनती गुरुवार सुबह पांच बजकर 29 मिनट (भारतीय समयानुसार) पर शुरू हो गयी. संस्थान ने बताया कि वैज्ञानिक फिलहाल उड़ान के विभिन्न चरणों के लिए प्रोपलेंट भराव के कार्य में लगे हुए हैं.

श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले लॉन्च पैड से इस 44.4 मीटर लंबे रॉकेट को प्रक्षेपित किया जायेगा. सह-यात्री उपग्रहों में भारत का एक माइक्रो और एक नैनो उपग्रह शामिल है, जबकि छह अन्य देशों कनाडा, फिनलैंड, फ्रांस, कोरिया, ब्रिटेन और अमेरिका के तीन माइक्रो और 25 नैनो उपग्रह शामिल किये जा रहे हैं. इसरो और एंट्रिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड के बीच हुए व्यापारिक समझौतों के तहत इन 28 अंतरराष्ट्रीय उपग्रहों को प्रक्षेपित किया जायेगा. यह 100वां उपग्रह कार्टोसेट-2 शृंखला का तीसरा उपग्रह होगा.

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