ISRO के नये चीफ K Sivan को कितना जानते हैं आप…?

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आज सुबह 9.28 पर पीएसएलवी सी-40 के जरिये एक साथ 31 उपग्रह लांच किये. इनमें तीन भारतीय और 28 छह अन्य देशों से हैं. इसके साथ ही इसरो का सैटेलाइट भेजने का शतक पूरा हो गया है. इस तरह अंतरिक्ष में यह भारत की एक बड़ी छलांग है. इसे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2018 12:47 PM

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आज सुबह 9.28 पर पीएसएलवी सी-40 के जरिये एक साथ 31 उपग्रह लांच किये. इनमें तीन भारतीय और 28 छह अन्य देशों से हैं. इसके साथ ही इसरो का सैटेलाइट भेजने का शतक पूरा हो गया है. इस तरह अंतरिक्ष में यह भारत की एक बड़ी छलांग है.

इसे लेकर हर ओर इसरो की चर्चा हो रही है. ऐसे में हम आपको बताते हैं इस संगठन के मुखिया के सिवन के बारे में. नये साल में इसरो को के सिवन के रूप में एक नया प्रमुख मिला है. जाने-माने वैज्ञानिक और रॉकेट स्पेशलिस्ट के सिवन की नियुक्ति एएस किरण कुमार के स्थान पर की गयी है.

ISRO के नये प्रमुख K Sivan के बारे में जानें कुछ रोचक बातें –

  • K Sivan का जन्म तमिलनाडु के तटीय जिले नागरकोइल के एक छोटे से गांव में हुआ.
  • उन्होंने 1980 में IIT मद्रास से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक, 1982 में IISc बेंगलुरु से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर, 2006 में IIT बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग से पीएचडी की डिग्री ली.
  • के सिवन वर्ष 1982 में इसरो में आये और पीएसएलवी परियोजना पर उन्होंने काम किया. उन्होंने एंड टू एंड मिशन प्लानिंग, मिशन डिजाइन, मिशन इंटीग्रेशन ऐंड एनालिसिस में काफी योगदान दिया.
  • इन्हें 6D ट्रैजेक्टरी सिमुलेशन सॉफ्टवेयर के मुख्य शिल्पी के तौर पर जाना जाता है. इसकी मदद से रॉकेट के लांच से पहले रास्ता निर्धारित किया जाता है. 2011 में वह जीएसएलवी परियोजना से जुड़े.
  • वह इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग, एयरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया और सिस्टम्स सोसाइटी ऑफ इंडिया में फेलो हैं. कई जर्नल्स में उनके पेपर प्रकाशित हुए हैं.
  • इसरो प्रमुख बनने से पहले के सिवन विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र में निदेशक रहे.
  • पिछले साल फरवरी में इसरो ने एक ही मिशन में 104 उपग्रह भेजने का विश्व रिकॉर्ड बनाया. इसमें के सिवन की महती भूमिका थी. सैटेलाइट को कक्षा में भेजने के लिए जितने लोग तकनीक पर काम कर रहे थे, उनमें के सिवन प्रमुख व्यक्ति थे.
  • उन्हें चेन्नई की सत्यभामा यूनिवर्सिटी से अप्रैल 2014 में डॉक्टर ऑफ साइंस, 2011 में डॉ बीरेन रॉय स्पेस साइंस अवॉर्ड और वर्ष 1999 में डॉ विक्रम साराभाई रिसर्च अवॉर्ड सहित कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है.

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