सरकार बोले तो किसी भी अभियान के लिए सीमा पार जाने को तैयार : सेना प्रमुख रावत
नयी दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि अगर सरकार कहे, तो सेना पाकिस्तान के परमाणु झांसों को धता बताने और किसी भी अभियान के लिए सीमापार करने को तैयार है. जनरल रावत ने कहा कि हम पाकिस्तान की परमाणु हथियारों की बातों को चुनौती देंगे. सेनाप्रमुख ने कहा, ‘अगर हमें वाकई […]
नयी दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि अगर सरकार कहे, तो सेना पाकिस्तान के परमाणु झांसों को धता बताने और किसी भी अभियान के लिए सीमापार करने को तैयार है. जनरल रावत ने कहा कि हम पाकिस्तान की परमाणु हथियारों की बातों को चुनौती देंगे. सेनाप्रमुख ने कहा, ‘अगर हमें वाकई पाकिस्तानियों का सामना करना पड़ा और हमें ऐसा काम दिया गया, तो हम यह नहीं कहेंगे कि हम सीमा पार नहीं कर सकते, क्योंकि उनके (पाकिस्तान) पास परमाणु हथियार हैं. हमें उनके परमाणु हथियारों की बातों को धता बताना होगा.’
सेना प्रमुख ने कहा, ‘हम प्रस्ताव के विभिन्न आयामों का अध्ययन रहे हैं.’ उनसे यहां एक संवाददाता सम्मेलन में सीमा पर हालात बिगड़ने की स्थिति में पाकिस्तान द्वारा उसके परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की संभावना पर सवाल पूछा गया था. सेना प्रमुख रावत ने कहा कि सैन्य बल पाकिस्तान के संघर्षविराम उल्लंघनों का करारा जवाब दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को आतंकी समूहों के समर्थन के दुष्परिणाम को महसूस करायेंगे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी ‘इस्तेमाल कर फेंकने लायक सामान’ हैं और भारतीय सेना गोलीबारी की आड़ में आतंकियों की भारत में घुसपैठ कराने वाली पाकिस्तानी सेना की चौकियों को दंडित करने पर ध्यान दे रही है.
जनरल रावत ने कहा, ‘हमारा रुख पाकिस्तानी सेना को दुष्परिणाम महसूस कराना है.’ उन्होंने कहा, ‘जब तक पाकिस्तान दुष्परिणाम महसूस नहीं करता, वह आतंकियों को भेजता रहेगा, जो उनके लिए उपयोग कर फेंकने लायक सामान हैं. हम आतंकियों की भारत में घुसपैठ कराने वाली पाकिस्तानी चौकियों को तबाह करते रहेंगे. जवाबी गोलीबारी में पाकिस्तान को तीन-चार गुना ज्यादा नुकसान हुआ है.’
सेना प्रमुख ने कहा कि सेना पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के झांसे को चुनौती देगी. उन्होंने कहा, ‘हम इसे चुनौती देंगे. अगर हमें सच में पाकिस्तानियों से टकराना हो और हमें देश कोई काम दे, तो हम यह नहीं कहेंगे कि उनके पास परमाणु हथियार होने के कारण हम सीमा पार नहीं कर सकते. हमें उनके परमाणु हथियारों के झांसे को चुनौती देनी होगी.’