सेना दिवस पर जवानों ने पाकिस्तान को बतायी औकात, 7 Rangers और 5 आतंकियों को किया ढेर
जम्मू/श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में संघर्षविराम उल्लंघन के बाद सोमवार को सेना ने जवाबी गोलीबारी में सात पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया, वहीं सेना ने नियंत्रण रेखा से राज्य में घुसपैठ के एक प्रयास को विफल करते हुए पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैशे मोहम्मद के पांच आतंकवादियों को भी मार गिराया. सेना की यह कार्रवाई ऐसे […]
जम्मू/श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में संघर्षविराम उल्लंघन के बाद सोमवार को सेना ने जवाबी गोलीबारी में सात पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया, वहीं सेना ने नियंत्रण रेखा से राज्य में घुसपैठ के एक प्रयास को विफल करते हुए पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैशे मोहम्मद के पांच आतंकवादियों को भी मार गिराया. सेना की यह कार्रवाई ऐसे दिन हुई है जब सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने यह कहते हुए पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश दिया कि यदि पड़ोसी देश ने बाध्य किया तो भारतीय सेना आतंकवादी समूहों के खिलाफ अपना अभियान तेज कर सकती है और अन्य कार्रवाई भी अंजाम दे सकती है.
सेना प्रमुख ने सोमवार सेना दिवस के मौके पर दिल्ली में सैन्यकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा से जम्मू कश्मीर में घुसपैठ के लिए आतंकवादियों को मदद करने का लगातार प्रयास कर रही है. सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जम्मू में बताया, ‘पाकिस्तानी सैनिकों ने सोमवार तड़के नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम का उल्लंघन किया और मेंढर सेक्टर (पुंछ जिले में) के जगलोटे क्षेत्र में अग्रिम चौकियों पर गोलाबारी की.’ उन्होंने बताया कि नियंत्रण रेखा की रक्षा में तैनात भारतीय सैनिकों ने मोर्चा संभाला और संघर्षविराम उल्लंघन करके गोलाबारी करने वाली कोटली स्थित पाकिस्तानी सैन्य चौकी को निशाना बनाया. अधिकारी ने बताया कि जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के सात सैन्यकर्मी मारे गये, जबकि चार अन्य घायल हो गये. मारे गये पाकिस्तानी सैन्यकर्मियों में एक मेजर भी शामिल है.
सेना की यह जवाबी कार्रवाई गत रविवार को जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा से लगे क्षेत्र में पाकिस्तानी गोलीबारी में एक भारतीय सैनिक के शहीद होने के बाद हुई है. बहरहाल, पाकिस्तानी सेना ने कहा कि भारत की ओर से नियंत्रण रेखा के पार की गयी गोलीबारी में उसके चार सैनिक मारे गये. पाकिस्तान ने इसके साथ ही भारत के तीन सैनिकों को मारने का भी दावा किया. पाकिस्तानी सेना के मीडिया इकाई ‘इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस’ ने इस्लामाबाद में एक बयान में कहा कि सैन्य कर्मियों को गोलीबारी और भारी मोर्टार से निशाना बनाया गया जो कि नियंत्रण रेखा पर कोटली सेक्टर के जांदरोट क्षेत्र में ‘लाइन संचार रखरखाव’ का काम कर रहे थे. उसने कहा कि गोलीबारी में चार पाकिस्तानी सैनिक मारे गये. उसने अपने बयान में दावा किया कि तीन भारतीय सैनिक भी मारे गये. नियंत्रण रेखा से व्यापार एवं यात्रा के अभिरक्षक मोहम्मद तनवीर ने बताया कि नियंत्रण रेखा पर तनाव के चलते जम्मू कश्मीर और पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर के बीच नियंत्रण रेखा के आर-पार यात्रा स्थगित है.
सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सेना ने इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा से जैशे मोहम्मद के आतंकवादियों की घुसपैठ की एक बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए आतंकी समूह के आत्मघाती दस्ते के पांच आतंकवादियों को मार गिराया. ब्रिगेडियर वाईएस अहलावत ने श्रीनगर से100 किलोमीटरी दूर उरी में संवाददाताओं को बताया कि सेना ने रातभर चले एक अभियान में पाकिस्तानी आतंकी संगठन की ओर से किये गये घुसपैठ के प्रयास को विफल कर दिया. सेना का अभियान सुबह समाप्त हुआ. इस वर्ष घुसपैठ का यह पहला प्रयास था.
ब्रिगेडियर अहलावत ने कहा कि घुसपैठ का प्रयास झेलम नदी के किनारे से किया गया. यह नदी भारत से पाकिस्तान में बहती है. उन्होंने कहा, ‘उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा से फिदाई समूह की ओर से किया गया घुसपैठ का एक बड़ा प्रयास विफल कर दिया गया है. यह वर्ष 2018 का पहला ऐसा प्रयास था. सेना दिवस पर और गणतंत्र दिवस समारोह से पहले एक बड़ी साजिश को विफल कर दिया गया. ‘सैन्य अधिकारी ने कहा कि चौकन्ने सैनिकों ने गतिविधि देखी, क्योंकि आतंकवादी झेलम नदी के किनारे बढ़ रहे थे और बाद में उन पर नजर बनाये रखी.’ उन्होंने कहा, ‘मुठभेड़ में सेना ने पांच आतंकवादियों को मार गिराया.’ उन्होंने बताया कि चार आतंकवादियों के शव बरामद कर लिये गये, जबकि पांचवें आतंकवादी का शव उस नौका के पास पड़ा हुआ था जिसका इस्तेमाल आतंकवादियों ने नदी पार करने के लिए किया. उन्होंने बताया कि मारे गये आतंकवादियों के पास से बड़ी संख्या में हथियार बरामद किये गये हैं. इनमें चार एके-47 राइफल, तीन अंडरबैरेल ग्रेनेड लांचर, 38 यूबीजीएल ग्रेनेड, 23 हैंडग्रेनेड, नौ आईईडी और अन्य चीजें शामिल हैं.
सितंबर 2016 में भारी हथियारों से लैस जैशे मोहम्मद के आतंकवादियों ने भारतीय सेना के उरी स्थित शिविर पर हमला किया था जिसमें 18 सैनिक शहीद हो गये थे. उसी वर्ष10 दिन बाद 28 सितंबर को भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी ठिकानों पर ‘लक्षित हमला’ करते हुए उन आतंकवादियों को बड़ा नुकसान पहुंचाया था, जो कि पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर से घुसपैठ की तैयारी में थे. ब्रिगेडियर अहलावत ने कहा, ‘भारतीय सेना नियंत्रण रेखा पर सख्त निगरानी के अपने संकल्प पर प्रतिबद्ध है और वह भविष्य में भी पाकिस्तान के ऐसे नापाक षड्यंत्रों को विफल करती रहेगी.
‘जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी एसपी वैद ने सोमवार को इससे पहले कहा था कि आतंकवादी जैशे मोहम्मद समूह के थे. आतंकवादियों के खिलाफ जब अभियान जारी था, तब वैद ने एक ट्वीट में कहा था, ‘जैशे मोहम्मद के तीन आत्मघाती आतंकवादी उरी सेक्टर के दुलांजा इलाके में घुसपैठ प्रयास के दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना, सीएपीएफ के एक संयुक्त अभियान में मारे गये. चौथे आतंकवादी की तलाश जारी है. हालांकि, बाद में एक रक्षा प्रवक्ता ने मारे गये आतंकवादियों की संख्या अद्यतन की.