भारत में जन्मा नवजात पाक रवाना
बाडमेर: भारत में 18 दिन पहले जन्म लेने वाला पाकिस्तानी माता-पिता की संतान सोहेल खान आखिरकार शुक्रवार को अपने देश रवाना हो गया.बीते मंगलवार को नयी दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग से अनुमति मिलने के बाद सोहेल का परिवार बुधवार को जैसलमेर लौटा था. जहां दो दिन रुकने के बाद सोहेल आज अपनी मां माई फातिमा, […]
बाडमेर: भारत में 18 दिन पहले जन्म लेने वाला पाकिस्तानी माता-पिता की संतान सोहेल खान आखिरकार शुक्रवार को अपने देश रवाना हो गया.बीते मंगलवार को नयी दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग से अनुमति मिलने के बाद सोहेल का परिवार बुधवार को जैसलमेर लौटा था. जहां दो दिन रुकने के बाद सोहेल आज अपनी मां माई फातिमा, अपने चाचा मीर मोहम्मद और अपने भाई-बहन के साथ जैसलमेर के बामनपीर गांव से जोधपुर के लिए रवाना हुआ. वहीं से रात 11 बजे सभी थार एक्सप्रेस में सवार होकर पाकिस्तान लौटेगें.
सोहेल के नाना रसूल खान ने फोन पर बताया कि बताया कि सोहेल अपने पूरे परिवार के साथ बामनपीर गांव से जोधपुर रवाना हो गया है. रसूल खान ने बताया कि वह भी अपने नाती को छोडने के लिए जोधपुर जा रहे हैं. जोधपुर से रात 11 बजे सोहले का पूरा परिवार थार एक्सप्रेस में सवार होकर पाकिस्तान लौटेगा.
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को भारत में जन्म लेने के कारण पाकिस्तानी अधिकारियों ने सोहेल के पाकिस्तान में प्रवेश पर एतराज जताते हुए उसे अनुमति देने से इनकार कर दिया था. पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना था कि चूंकि सोहेल का जन्म भारत में हुआ है, ऐसे में उसे बिना अनुमति पाकिस्तान में प्रवेश नहीं करने दिया जा सकता.
पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक सोहेल की मां माई फातमा के पासपोर्ट पर सोहेल की फोटो और अन्य जानकारी अंकित होना जरुरी है, उसके बिना शिशु को पाकिस्तान लाने की अनुमति नहीं दी जा सकती.उनके इनकार के बाद बीते सोमवार को सोहेल की मां और उसके नाना ने दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारियों से मुलाकात कर शिशु को अपने साथ पाकिस्तान ले जाने की अनुमति मांग. उच्चायोग के अधिकारियों ने तत्काल ही सोहेल को अपने परिवार के साथ पाकिस्तान जाने की अनुमति दे दी थी.
सात माह की गर्भवती माई फातमा, मीर मोहम्मद और परिजनों के साथ 22 फरवरी को राजस्थान के जैसलमेर में अपने रिश्तेदारों से मिलने भारत आयी थी. उन्होंने 14 अप्रैल को सोहेल को जन्म दिया. ये लोग पाकिस्तान के सिंध प्रांत के पालकी डेरकी गांव के रहने वाले हैं.