कांग्रेस और अकाल जुड़वा भाई, जहां कांग्रेस जाती है अकाल साथ-साथ जाता है : मोदी

नयी दिल्‍ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राजस्थान के बाड़मेर जिले में देश की सबसे आधुनिक ऑयल रिफाइनरी का उद्घाटन किया. मौके पर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समेत कई अन्य नेता भी मौजूद रहे. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्‍होंने कहा कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2018 3:34 PM

नयी दिल्‍ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राजस्थान के बाड़मेर जिले में देश की सबसे आधुनिक ऑयल रिफाइनरी का उद्घाटन किया. मौके पर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समेत कई अन्य नेता भी मौजूद रहे. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस और अकाल जुड़वा भाई है. जहां कांग्रेस जाती है, अकाल साथ-साथ जाता है.

मोदी ने कहा, सिर्फ शिलान्यास ही नहीं काम भी करके दिखाना पड़ता है. ‘पत्थर लगाने से काम शुरू नहीं होता.’ मैं सुनता रहता था कि राजस्थान में कांग्रेस और अकाल जुड़वा भाई हैं. जहां कांग्रेस जाती है अकाल साथ-साथ जाता है.

मोदी ने कहा, यह संकल्प से सिद्धि का समय है. हमें अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम पर फोकस करना चाहिए. वन रैंक वन पेंशन पर बोलते हुए मोदी ने कहा, तीन मूर्ति हाइफा चौक मेजर दलपत सिंह शेखावत की याद में बना है. ‘वन रैंक वन पेंशन’ के लिए पहले भी वादे किये गये थे, चुनाव से पहले इसे भुनाने का प्रयास हुआ था. यह उनकी (कांग्रेस की) आदत है.

मोदी ने आगे कहा, 15 सितंबर 2013 को मैंने रेवाड़ी में भूतपूर्व सैनिकों के सामने घोषणा की थी, यदि हमारी सरकार आयेगी तो वन रैंक वन पेंशन लागू होगा. फिर उन्होंने आनन-फानन में अंतरिम बजट में 500 करोड़ का बजट लिख दिया. जब हमने हिसाब लगाया कि वन रैंक वन पेंशन के लिए कितना धन लगेगा. पता चला को मामला 12 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा का था.

जनधन खातों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, आज प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत लगभग 32 करोड़ लोगों के बैंक में खाता खोल दिया है. गरीबों का सशक्तिकरण हमारी कोशिश है. बैंकों का राष्ट्रीयकरण हुआ लेकिन उनके लिए बैंक के दरवाजे नहीं खुले. उज्‍जवला योजना पर मोदी ने कहा कि अगर गैस का चूल्हा चाहिए तो नेताओं को पीछे घूमना पड़ता था. हमने फैसला किया कि गरीब माताओं-बहनों को गैस का कनेक्शन देकर लकड़ी के धुएं से मुक्ति दिलायेंगे.

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