जोराफॉर्म: पाकिस्तानी सैनिकों की गोलाबारी के चलते दूध आपूर्ति करने वाले गुज्जरों की बस्ती जोराफॉर्म में सन्नाटा पसरा हुआ है. दरअसल, उनके सैकड़ों कुल्ला ( फूस के मकान) तबाह हो गये और सैकड़ों मवेशी मारे गये हैं. यह बस्ती आरएसएस पुरा में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित है. जहां 100 से अधिक परिवारों का घर है. यह बस्ती जम्मू में दूध और दुग्ध उत्पादों की आपूर्तिकर्ता के तौर पर मशहूर है.
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यहां के एक बाशिंदे सत्तार दीन ने बताया कि हमने सब कुछ खो दिया. पाकिस्तानी गोलाबारी में हमारे कुल्ला तबाह हो गये और मवेशी मारे गये. वे हमारी आय के स्रोत थे. दीन और अन्य ग्रामीणों को पुलिस ने वहां से सुरक्षित निकाला. उन्होंने अपनी जान बचाने को लेकर पुलिस की सराहना की.
गुज्जर जफ्फर नाम के एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि पहले की तुलना में इस बार फायरिंग और गोलाबारी बहुत ज्यादा है. उन्होंने 2014 में पाकिस्तानी गोलाबारी में अपने दो परिजनों को खोया था. साल-दर-साल जोराफॉर्म पाकिस्तानी रेंजरों का निशाना बनता जा रहा है. कई ग्रामीण मारे गये हैं और घायल हुए हैं.
आरएस पुरा के सब डिवीजनल पुलिस अधिकारी सुरिंदर चौधरी ने बताया कि जोराफॉर्म के लोगों को एक राहत शिविर में रखा गया है. हमने उनके मवेशियों को भी गांव से बाहर लाया है. हालांकि, 150 से अधिक कुल्ला गोलाबारी में तबाह हो गये.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जारी किया रेड अलर्ट
पाकिस्तानी सैनिकों की लगातार गोलाबारी से हालात संवदेनशील होने के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है और सीमावर्ती इलाकों के बाशिंदों से अपने-अपने इलाकों से जाने को कहा है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक परामर्श में कहा कि प्रशासन ने समूचे इलाके (जम्मू क्षेत्र) में रेड अलर्ट जारी किया है और लोगों को वहां से जाने को कहा है. इसने कहा कि जम्मू के सीमावर्ती इलाकों में गांव सुनसान हो गये हैं. इलाके में लगातार गोलाबारी हो रही है. लोग सुरक्षा के लिए पलायन कर रहे हैं.