नयी दिल्ली : गणतंत्र दिवस की राजपथ पर परेड के दौरान मध्य दिल्ली के अधिकांश मार्गों पर यातायात बंद होने के कारण राहगीरों को परेशानी से बचाने के लिए गूगल से ऑनलाइन माध्यमों से वैकल्पिक मार्ग सुझाने का अनुरोध किया गया है. दिल्ली पुलिस ने गूगल से 26 जनवरी को परेड के दौरान मध्य दिल्ली की ओर आने वाले लोगों को मोबाइल एप, सोशल मीडिया और अन्य ऑनलाइन माध्यमों से वैकल्पिक मार्गों की जानकारी मुहैया कराने को कहा है.
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यातायात पुलिस की ओर से परेड को लेकर विभिन्न मार्गों पर वाहनों की आवाजाही अवरुद्ध करने की जानकारी और वैकल्पिक मार्ग भी गूगल की मदद से सुझाये जाने की व्यवस्था की जा रही है. मंगलवार को परेड की फुल ड्रेस रिहर्सल के साथ ही यातायात व्यवस्था में बदलाव के प्रतिबंध लागू हो जायेंगे.
यातायात पुलिस के विशेष आयुक्त दीपेंद्र पाठक ने बताया कि परेड के दौरान यातायात में बदलाव से लोगों को कम से कम परेशानी और अधिक से अधिक सुविधा मुहैया कराने के लिए गुगल से मदद की पहल की गयी है. परेड की शुरुआत 26 जनवरी को राजपथ पर सुबह नौ बजकर 50 मिनट पर होगी.
उन्होंने बताया कि विजय चौक से लाल किले तक के परेड का रूट राजपथ, इंडिया गेट, तिलक मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग और नेताजी सुभाष मार्ग होगा. इन मार्गों के आसपास राहगीरों को परेशानी से बचाने के लिए भारी संख्या में यातायात पुलिस के जवान तैनात रहेंगे. गणतंत्र दिवस समारोह की औपचारिक शुरुआत सुबह नौ बजे से हो जायेगी.
यातायात पुलिस की संयुक्त आयुक्त गरिमा भटनागर ने बताया कि राजपथ पर यातायात 25 जनवरी को दिन में तीन बजे से प्रतिबंधित हो जायेगा. प्रतिबंध गणतंत्र दिवस की परेड खत्म होने तक जारी रहेगा. इस दौरान 25 जनवरी को दिन में 11 बजे से रफी मार्ग, जनपथ और मानसिंह रोड से राजपथ को जोड़ने वाले मार्गों पर भी यातायात प्रतिबंधित कर दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि इस आशय की विस्तृत जानकारी संचार माध्यमों से लगातार दी जा रही है.
इस बीच, गणतंत्र दिवस परेड के दौरान राजपथ पर दोनों ओर आकाश में आसियान देशों के लहराते झंडों से भारत और आसियान देशों के बीच प्रगाढ़ रिश्तों की झलक पेश की जायेगी. इस अवसर पर आसियान के दस सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष मौजूद रहेंगे. यह पहला अवसर है, जब 10 देशों के राष्ट्राध्यक्ष एक साथ गणतंत्र दिवस की परेड में मौजूद रहेंगे.
गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, वायु सेना के पांच एमआई 17 वी5 हेलीकॉप्टर परेड की अगुआई करेंगे. इनमें सबसे आगे वाले हेलीकॉटर पर तिरंगे और इसके बाद वाले हेलीकॉप्टर पर आसियान देशों के झंडे होंगे, जबकि पीछे के तीन हेलीकॉप्टर पर वायु सेना, थल सेना और नौ सेना के झंडे लहरा रहे होंगे.
अपनी तरह के पहले गणतंत्र दिवस समारोह में इस साल दस देशों थाईलैंड, वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, म्यांमा, कंबोडिया, लाओस और ब्रुनेई के राष्ट्राध्यक्ष बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे. देश की सैन्य शक्ति के राजपथ पर प्रदर्शन के बाद भारत की साझा सांस्कृतिक विरासत की झलक पेश करने के लिए राजपथ पर 23 भव्य झांकियां भी पेश की जायेंगी.