मैसूर : कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में सरगर्मी बढ़ रही है और किसी न किसी बहाने भाजपा-कांग्रेस एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. रविवार को भाजपा के मैसूर सिटी युवा मोर्चा के अध्यक्ष गोकुल गोवर्धन व उनके साथियों के खिलाफ नजरबाद पुलिस थाने मेंकथित रूप से मारपीटकिये जाने का मामला सामने आया है और इस पर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कड़ी नाराजगी प्रकट की है और उन्होंने आरोप लगाया है कि राज्य के पुलिस थाने कांग्रेस के कार्यालय में तब्दील हो गये हैं. उन्होंने कहा है कि नजरबाद पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर ने न सिर्फ गोकुल गोवर्धनवउनके साथियों को धमकाया बल्कि उनके साथ मारपीट भी की. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने अंधेरे कर उनकी व उनके साथियों की पिटाई की ताकि सीसीटीवी कैमरे में उनकी गतिविधियां कैद न हो सकें.
पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा है कि गोकुल गाेवर्धन वकील हैं और वे रविवार की शाम पुलिस थाने में भूमि माफिया के खिलाफ शिकायत करने पहुंचे थे. पर, पुलिस ने उनके साथ वहां गाली-गलौज की, उन्हें अपशब्द कहे और उन्हें वहां रोक लिया.
इस घटना के बाद बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने रविवार रात पुलिस थाने का घेराव कर लिया था और गोकुल गोवर्धन को रिहा करने की मांग करने लगे.
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येदियुरप्पा ने कहा है कि इस मामले में संबंधित पुलिस अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के पाास उनकी पार्टी शिकायत दर्ज करायेगी और राज्य के गृहमंत्री आर रामलिंगा रेड्डी से इस मामले को नोटिस में लेने का आग्रह करेंगे.
उधर, मैसूर के पुलिस अफसरों का कहना है कि गोकुल गोवर्धन व उनके साथियों के खिलाफ नजरबाद पुलिस थाने में दो शिकायत दर्ज की गयी है.इसमेंएक शिकायत पुलिससब इंस्पेक्टर की शिकायत पर दर्ज की गयी है. पुलिसअधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद मामले में कार्रवाई कीजाएगी.गोकुल गोवर्धन के साथ मारपीट के खिलाफ बार एसोसिएशन के सदस्यों ने कोर्ट परिसर के बाहर सोमवार को प्रदर्शन भी किया था.
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