गांधी का ‘ग्राम राज्य’ वर्तमान समय में अव्यावहारिक

पणजी : केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री शशि थरुर ने आज कहा कि महात्मा गांधी की ग्राम केंद्रित विकास की अवधारणा वैश्वीकरण और संचार के इस वर्तमान युग में एक ‘अव्यावहारिक’ लक्ष्य था. यहां पैन-आईएमएम विश्व प्रबंधन सम्मेलन में दिए अपने भाषण में उन्होंने कहा, ‘‘ग्राम राज्य की अवधारणा अव्यावहारिक है. महात्मा गांधी ग्राम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:43 PM

पणजी : केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री शशि थरुर ने आज कहा कि महात्मा गांधी की ग्राम केंद्रित विकास की अवधारणा वैश्वीकरण और संचार के इस वर्तमान युग में एक ‘अव्यावहारिक’ लक्ष्य था.

यहां पैन-आईएमएम विश्व प्रबंधन सम्मेलन में दिए अपने भाषण में उन्होंने कहा, ‘‘ग्राम राज्य की अवधारणा अव्यावहारिक है. महात्मा गांधी ग्राम राज्य के बारे में बात किया करते थे, जिसका मतलब था कि गांव अपनी जरुरत की सभी चीजें खुद ही पैदा करे.’’ आधुनिक युग को बढ़ते संचार और वैश्वीकरण का युग करार देते हुए उन्होंने कहा कि आज स्वायत्त ग्राम की अवधारणा में हमें कोई यथार्थवादी दृष्टिकोण नहीं दिखता है.

वहीं राजनेताओं और राजनीति में बढ़ते भ्रष्टाचार पर थरुर ने कहा कि इस प्रणाली को स्वच्छ करने में नैतिकता एक अहम योगदान दे सकती है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री एमएम पल्लम राजू ने आईआईएम के इस सम्मेलन का उद्घाटन किया, जिसमें 250 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था.

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