नयी दिल्ली : संसद का बजट सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संयुक्त संबोधन से सत्र की शुरुआत होगी. इसके बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली संसद में आर्थिक सर्वे पेश करेंगे. एक फरवरी को जेटली देश का आम बजट पेश करेंगे.
संसद के बजट सत्र से पहले सदन का कामकाज सुचारू रूप से चलाने आैर लाये जाने वाले प्रमुख विषयों एवं प्रस्तावित विधेयकों पर चर्चा के लिए रविवार को सरकार और विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों ने चर्चा की. बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार बजट सत्र के दौरान एक बार में तीन तलाक संबंधी विधेयक को पारित कराना सुनिश्चित करने के लिए हर प्रयास करेगी. उन्होंने कहा कि हम आम सहमति बनाने के लिए विभिन्न दलों से बातचीत करेंगे.
अनंत कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक में राजनीतिक दलों के नेताओं से बजट सत्र की सफलता सुनिश्चित करने की अपील की. करीब दो घंटे तक चली इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरूण जेटली, संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खडगे, सपा नेता मुलायम सिंह, भाकपा नेता डी राजा, टीएमसी के डेरेक ओब्रायन, सुदीप बंद्योपाध्याय, द्रमुक की कनीमोझी जैसे नेताओं ने हिस्सा लिया.
तीन तलाक से जुड़ा बिल लोकसभा में पास हो चुका है लेकिन राज्यसभा में विपक्ष ने इसकी राह रोक रखी है. माना जा रहा है कि संसद का बजट सत्र भी हंगामेदार हो सकता है. रविवार को सरकार और लोकसभा अध्यक्ष की सर्वदलीय बैठक में इसके संकेत मिल गये.
विपक्ष सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट के संवैधानिक संकट, करणी सेना के उत्पात और कासगंज की सांप्रदायिक घटना जैसे मुद्दों पर चर्चा चाहता है, वह भी अपनी शर्तों पर. वहीं, सरकार एक साथ तीन तलाक और ओबीसी आयोग जैसे मुद्दों पर आगे बढ़ना चाहती है.
विपक्ष सोमवार सुबह संसद परिसर में ही बैठक कर सरकार को घेरने की रणनीति तय करेगा. हरियाणा में हो रही दुष्कर्म की घटनाओं पर भी केंद्र से सवाल पूछा जायेगा. गणतंत्र दिवस पर राहुल गांधी को छठी लाइन में सीट देने पर भी सवाल उठाया जा सकता है.
सूत्रों की मानें, तो बजट पेश होने तक कोई अवरोध नहीं होगा, लेकिन उसके बाद संसद का माहौल गर्म रहेगा. गौरतलब है कि फरवरी में उत्तर पूर्व के तीन राज्यों में चुनाव है. कांग्रेस के साथ-साथ वाम मोर्चा के लिए भी यह चुनाव अहम है.