नयी दिल्ली : उच्चतम न्यायालय ने पद्मावत फिल्म से विवादास्पद अंश निकालने के लिए दायर एक याचिका सोमवार को खारिज करते हुए कहा कि इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने प्रमाण पत्र दे दिया है. प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति एएम खानविलकर और न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चंद्रचूड़ की पीठ ने इस टिप्पणी के साथ अधिवक्ता मनोहर लाल शर्मा की नयी याचिका खारिज कर दी. इससे पहले भी न्यायालय ने मनोहर लाल शर्मा के इस फिल्म का प्रदर्शन रुकवाने के दो प्रयासों को निष्फल कर दिया था.
दीपिका पादुकोण, रणबीर सिंह और शाहिद कपूर अभिनीत इस फिल्म के कुछ अंश हटाने के लिए दायर इस नयी याचिका में शीर्ष अदालत के पिछले साल 20 नवंबर के आदेश का हवाला दिया गया था जिसमें उनसे अपनी याचिका से इस फिल्म से संबंधित कुछ विवरण हटाने के लिए कहा गया था, क्योंकि इनसे कटुता पैदा हो सकती है. पीठ ने कहा, ‘केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने फिल्म को कुछ बदलाव करने के सुझाव के साथ मंजूरी दी है. हम इसके बाद फिल्म को प्रदर्शित करने से नहीं रोक सकते.’