आईसीसी से कोई चेतावनी नहीं मिली:श्रीनिवासन

नयी दिल्ली: बीसीसीआई अध्‍यक्ष श्रीनिवासन ने कहा है कि बीसीसीआई को गुरुनाथ मसले पर आईसीसी से कोई चेतावनी नहीं मिली थी. मैंने बीसीसीआई अधिकारियों से बात की, हमें कभी भी किसी तरह की चेतावनी नहीं दी गयी. चेतावनी के बारे में मयप्पन ने बिंदू को बताया था आईपीएल -6 की शुरुआत से पहले ही गुरुनाथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:43 PM

नयी दिल्ली: बीसीसीआई अध्‍यक्ष श्रीनिवासन ने कहा है कि बीसीसीआई को गुरुनाथ मसले पर आईसीसी से कोई चेतावनी नहीं मिली थी. मैंने बीसीसीआई अधिकारियों से बात की, हमें कभी भी किसी तरह की चेतावनी नहीं दी गयी.

चेतावनी के बारे में मयप्पन ने बिंदू को बताया था

आईपीएल -6 की शुरुआत से पहले ही गुरुनाथ मयप्पन को आईसीसी ने अपने कंपनी का ध्यान रखने की चेतावनी दी थी. यह बात मयप्पन ने बिंदु दारा सिंह को टेलीफोन पर बतायी थी. इस बात की पुष्टि करते हुए आज पुलिस ने बताया कि यह बातें मयप्पन और बिंदु दारा सिंह के बीच हुई बातचीत का एक उदाहरण है. ऐसे कई उदाहरण पुलिस के पास मौजूद हैं. मुंबई की एक अदालत ने आईपीएल में सट्टेबाजी के मामले में गिरफ्तार चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) टीम के मालिक गुरुनाथ मयप्पन, अभिनेता बिंदू रंधावा और दो अन्य की पुलिस हिरासत की अवधि आज तीन जून तक बढ़ा दी. अभियोजन ने फरार सट्टेबाजों के साथ उनके संबंधों के बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए हिरासत की अवधि बढाने का अनुरोध किया था.

अतिरिक्त मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ए ए खान ने हिरासत की अवधि बढाने की अपराध शाखा का अनुरोध मंजूर करते हुए बचाव पक्ष की यह दलील खारिज कर दी कि जिस अपराध के तहत आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उसके लिए जमानत मिल सकती है और वे मुंबई पुलिस की हिरासत में पहले ही ‘पर्याप्त समय’ बिता चुके हैं.

पुलिस ने अपनी याचिका में कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद मयप्पन, बिंदू, एक हवाला संचालक और प्रेम तनेजा से और पूछताछ की जरुरत है ताकि वांछित सटोरियों संजय जयपुर, पवन जयपुर और जुपीटर का पता लगाया जा सके. याचिका में कहा गया कि अपराध शाखा के एक दल को एक अन्य सट्टेबाज परेश भाटिया को लाने के लिए गोवा भेजा गया है जो कि मामले में गिरफ्तार कुछ आरोपियों के संपर्क में था.

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