भोपाल पुलिस उपयोग में लाएगी कैमरायुक्त हैलमेट

भोपाल : देश में पहली बार मध्यप्रदेश में पुलिस द्वारा एक ऐसा कैमरायुक्त हैलमेट उपयोग में लाया जायेगा, जो बदमाशों को पकड़ने के साथ-साथ रिश्वतखोर एवं आम जनता से अभद्र व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों पर भी नकेल कसने में मददगार होगा. भोपाल पुलिस के एक आला अधिकारी ने आज बताया कि इस योजना की शुरुआत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2014 1:06 PM

भोपाल : देश में पहली बार मध्यप्रदेश में पुलिस द्वारा एक ऐसा कैमरायुक्त हैलमेट उपयोग में लाया जायेगा, जो बदमाशों को पकड़ने के साथ-साथ रिश्वतखोर एवं आम जनता से अभद्र व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों पर भी नकेल कसने में मददगार होगा.

भोपाल पुलिस के एक आला अधिकारी ने आज बताया कि इस योजना की शुरुआत देश में सबसे पहले भोपाल से हो रही है. हैलमेट के उपरी हिस्से में लगे कैमरे में सात दिन की वीडियो रिकार्डिंग रहेगी. हैलमेट में लगा कैमरा तकनीकी व्यवस्थाओं से भी युक्त होगा और यह कैमरा सर्विलेंस से संलग्न (अटैच) रहेगा. उन्‍होंने कहा कि यदि कैमरे से छेड़छाड़ की जाएगी, तो यह हलचल सर्विलेंस में होगी. प्रायोगिक तौर पर फिलहाल 50 हैलमेट मंगाए गए हैं. एक हैलमेट की कीमत लगभग आठ से दस हजार रुपये रहेगी.

हैलमेट में लगा कैमरा बदमाशों को पकडने, जनता के साथ अभद्र व्यवहार करने एवं रिश्वतखोर पुलिसकर्मियों की कारगुजारी देखने के साथ-साथ उपद्रव, हंगामा और पुलिस बल प्रयोग के दौरान घटनास्थल का जायजा लेने में अहम भूमिका निभाएगा.

शहर के हर चौराहे और संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात पुलिसकर्मियों को यह हैलमेट माउंटेड कैमरा उपलब्ध कराया जाएगा. कैमरे का अटैचमेंट सर्विलेंस में होगा, सर्विलेंस दफ्तर में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी बैठेंगे. पुलिस अधिकारी हेलमेट पहनने वाले पुलिसकर्मी की गतिविधियों को सर्विलेंस दफ्तर में बैठे-बैठे देख सकेंगे. अधिकारी ने बताया कि हैलमेट के कैमरे में छेड़छाड़ करने पर कैमरा, सर्विलेंस सिस्टम पर चेतावनी जारी करेगा. सर्विलेंस सिस्टम पर चेतावनी जारी होते ही दफ्तर में बैठे अधिकारी उक्त स्थान पर तैनात पुलिसकर्मी की गतिविधियों को देख सकेंगे.

उन्‍होंने कहा कि चूंकि हैलमेट में लगे कैमरे की वीडियो रिकार्डिंग सात दिन तक रहेगी, इसलिए सात दिन बाद कैमरे में लगे मेमोरी कार्ड को सर्विलेंस सिस्टम में लगाकर वीडियो रिकार्डिंग देखने के बाद महत्वपूर्ण रिकार्डिंग को सिस्टम में संरक्षित कर लिया जाएगा. यदि हेलमेट लगाने वाले पुलिसकर्मी को हेलमेट लगाने में दिक्कत होती है, तो कैमरे को वर्दी में भी लगाया जा सकेगा. यह कैमरा इतना सूक्ष्म होगा कि वह आसानी से आम व्यक्ति को नजर नहीं आएगा.

अधिकारी के अनुसार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान उपद्रव करने वाली जनता और जनता के साथ अभद्र व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मी इस कैमरे की जद में रहेंगे. यदि पचास हैलमेट की यह प्रायोगिक योजना सफल होती है, तो तीन हजार कैमरायुक्त हैलमेट और मंगाए जाएंगे. इसके बाद यह योजना समूचे देश में लागू की जाएगी.

हैलमेट कैमरे में लगा मैमोरी कार्ड 16 जीबी और कैमरा पांच मेगा पिक्सल का होगा.हैलमेट के अंदर एक चार्जर सहित इलेक्ट्रॉनिक सामान रहेगा. मैमोरी कार्ड भर जाने पर उसे सर्विलेंस दफ्तर के अंदर सिस्टम में संरक्षित कर खाली कर दिया जाएगा. खाली मेमोरी कार्ड को पुन: हेलमेट में लगा कर चालू किया जा सकेगा. ऐसा कैमरायुक्त हैलमेट फिलहाल भारतीय नौसेना के पास ही उपलब्ध है.

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