नयी दिल्ली : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के करीबी अमित शाह द्वारा उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले को आतंकवाद का गढ़ बताये जाने का पार्टी ने आज बचाव किया.
पार्टी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने यहां कहा कि सपा, बसपा और कांगे्रस के नेता आजमगढ़ के आतंकियों से हमदर्दी जताने वहां जाकर उनके परिजनों से मिलते हैं. लेकिन शहीदों के परिजनों से सहानुभूति दिखाने कभी नहीं जाते. उन्होंने दावा किया कि अमित शाह ने इसी संदर्भ में आजमगढ़ के बारे में उक्त टिप्पणी की थी. उत्तर प्रदेश मामलों के भाजपा प्रभारी शाह ने रविवार को कहा था कि आजमगढ आतंकियों का गढ है.
उन्होंने यह भी कहा कि वहां के आतंकियों को राज्य सरकार का कोई भय नहीं है, क्योंकि वह उनकी रिहाई की वकालत कर रही है. त्रिवेदी ने शाह का बचाव करने के साथ ही आजमगढ को पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश की राजनीति का सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र बताते हुए कहा कि अत्यधिक प्रतिभाशाली वर्कफोर्स :कार्यबल: से लैस यह देश की जरखेज भूमि में से एक है. इसने देश के आजादी के आंदोलन में बडे पैमाने पर योगदान किया है.
उन्होंने आरोप लगाया, लेकिन आजादी के बाद की सरकारों ने आजमगढ़ की अनदेखी की और सपा और कांग्रेस जैसे दलों ने आपराधिक और आतंकी पृष्ठभूमि वाले लोगों को संरक्षण दिया जिससे वहां की स्थिति दयनीय बन गयी. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि उनकी पार्टी हालांकि पूर्वांचल के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और इसीलिए हमारे नेता नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के लिए वाराणसी को चुना.