संसद में कांग्रेस पर जमकर बरसे मोदी, कहा-महात्मा गांधी का था ”कांग्रेस मुक्त भारत” का विचार
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संसद में कांग्रेस पर बरसते हुए कहा कि वह महात्मा गांधी के ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ के विचार को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेताओं ने सत्ता में रहने के दौरान एक ही परिवार के गीत […]
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संसद में कांग्रेस पर बरसते हुए कहा कि वह महात्मा गांधी के ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ के विचार को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेताओं ने सत्ता में रहने के दौरान एक ही परिवार के गीत गाने में समय खपा दिया जिससे देश का विकास प्रभावित हुआ.
मोदी ने कहा कि पुराने दिन लौटाने की मांग कर रहे कांग्रेस नेताओं को कौन से पुराना भारत चाहिए क्योंकि आजादी के बाद महात्मा गांधी ने कांग्रेस को ही भंग करने के लिए कहा था. उन्होंने कहा कि यदि वह कांग्रेस-मुक्त भारत की बात करते हैं तो इसके पीछे गांधीजी का ही विचार है. उन्होंने कांग्रेस पर सत्ता में रहने के दौरान एक परिवार के गीत गाने में समय खपाने का आरोप लगाया जिसके कारण देश का विकास प्रभावित हुआ. उन्होंने बैंकों के एनपीए (गैर निष्पादक आस्तियों) को पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के पाप का नतीजा करार दिया. मोदी ने यह बात राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा पर लोकसभा और राज्यसभा में अलग-अलग दिये गये भाषणों में कही. प्रधानमंत्री के भाषण के बाद दोनों सदनों में धन्यवाद प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया.
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर विपक्ष द्वारा लाये गये कुछ संशोधनों को मत विभाजन के बाद खारिज कर दिया गया. प्रधानमंत्री ने अपनी तमाम योजनाओं और कार्यक्रमों का बचाव करते हुए उन्हें ‘गेम चेंजर’ की जगह ‘नेम चेंजर’ कहने के विपक्ष के कटाक्षों का तीखा जवाब दिया. उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ‘एम चेजर (लक्ष्य का पीछा कर उसे हासिल करनेवाली) है.’ उन्होंने कहा कि हम एक लक्ष्य तय करते हैं और उसे समय से पूरा करने के लिए मेहनत करते हैं. उन्होंने इसके समर्थन में उन तमाम योजनाओं को गिनवाया जिनको शुरू तो पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत सरकारों में किया गया, किंतु उनका मौजूदा सरकार में प्रभावी और व्यापक स्तर पर क्रियान्वयन किया गया.
मोदी ने कहा कि उन्होंने पिछली सरकार द्वारा घोषित योजनाओं का अध्ययन करने के बाद उनके क्रियान्वयन के लिए नौ लाख करोड़ रुपये से अधिक राशि की परियोजनाओं को शुरू किया. उन्होंने कहा कि यदि पूर्ववर्ती सरकारें समय पर इन्हें पूरा करती तो इतने धन की जरूरत नहीं पड़ती. प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार पर एनपीए के आंकड़े छिपाने और रोजगार, किसानों के मुद्दों पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष उनकी सरकार के बारे में मध्यम वर्ग समेत आम लोगों को गुमराह करने और निराशा का भाव पैदा करने का प्रयास कर रहा है. उन्होंने कहा कि चुनाव की हड़बड़ी में और आंध्र प्रदेश के लोगों की भावना का आदर किये बिना कांग्रेस की तत्कालीन केंद्र सरकार ने राज्य का बंटवारा किया जिसके कारण वहां समस्या बनी हुई है. ये बीज कांग्रेस के बोये हुए हैं.
नेहरू-गांधी परिवार पर तीखा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश के टुकड़े करने का काम किया और कांग्रेस के लोगों ने पूरा समय एक ही परिवार के गीत गाने में लगा दिया जिसके कारण देश की जनता ने उन्हें विपक्ष में बैठा दिया. उन्होंने कहा, ‘आपने देश को स्वीकार नहीं किया. सब आपने, आपके परिवार ने किया, यही आपकी सोच है. इसलिए आज विपक्ष में हैं.’ मोदी ने कहा, ‘भ्रष्टाचार और कालेधन के मामले में कोई भी बचनेवाले नहीं हैं. पहली बार पूरे देश में चार-चार पूर्व मुख्यमंत्रियों को न्यायपालिका ने दोषी करार दिया है. वे जेल में रहेंगे. कोई नहीं बचेगा. मैं इस काम में पीछे रहनेवाला नहीं हूं. मैं लड़नेवाला आदमी हूं.’
कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, ‘आपने सही नीति बनायी होती, नीयत साफ होती, तो देश आज से कई गुना आगे और अच्छा होता.’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस को किस तरह के पुराने दिन चाहिए, उसे यह बताना चाहिए. उन्होंने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद की उस बात के जवाब में यह टिप्पणी की जिसमें उन्होंने कहा था कि आज देशवासी ‘न्यू इंडिया’ से आजिज आ चुके हैं और पुराने दिन लौटाने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद महात्मा गांधी ने कहा था कि कांग्रेस का लक्ष्य पूरा हो चुका है इसलिए इसे खत्म कर दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि वह ‘कांग्रेस-मुक्त भारत’ की बात करते हैं, तो इसके पीछे गांधी जी की उसी बात की प्रेरणा है. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस मुक्त भारत, मोदी का नहीं गांधी का विचार है.’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस को कौन सा पुराना भारत चाहिए. क्या वह हेलीकॉप्टर घोटाले, पनडुब्बी घोटाले, बोफोर्स घोटाले या आपातकालवाला भारत वापस चाहते हैं. क्या वह वे दिन वापस चाहते हैं जब सैकड़ों लोगों की हत्या के आरोपी को विमान में बैठा कर देश से बाहर भेज दिया गया था. प्रधानमंत्री का संकेत भोपाल गैस त्रासदी के आरोपी एंडरसन को राजीव गांधी सरकार के शासनकाल में देश से बाहर भेजे जाने की ओर था. मोदी ने कहा कि क्या आजाद उन दिनों की बात कर रहे हैं, जब यह कहा गया था कि एक बड़ा पेड़ गिरता है, तो हजारों सिखों की हत्या हुई. उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस आपातकाल के दिन वापस लौटाने की मांग कर रही है जब लोकनायक जयप्रकाश नारायण सहित सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को जेल में डाल दिया गया था. तीन तलाक के मामले में विपक्ष के विरोध को नाजायज बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के सदस्य, अगर अपनी मर्जी का कानून बनाना चाहते थे तो तीस साल पहले उन्हें कानून बनाने से किसने रोका था.
उन्होंने प्रस्तावित तीन तलाक कानून में तलाक देनेवाले पति को सजा के प्रावधान पर कांग्रेस के विरोध के जवाब में कहा कि कोई हिंदू दो शादियां करे, जेल चला जाये और उसके लिए सजा हो, तो तब आपको क्यों विचार नहीं आया कि उसके परिवार का क्या होगा. प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए कहा कि गुजरात विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस के पोस्टरों में सरदार पटेल की तस्वीरें प्रमुखता से दिखीं, लेकिन उसके एक हफ्ते बाद ही पार्टी के एक कार्यक्रम में सरदार पटेल की तस्वीर नहीं दिखी. उन्होंने सवाल किया कि सरदार पटेल और बीआर अांबेडकर को भारत रत्न कब मिला और इसमें इतना समय क्यों लगा? उल्लेखनीय है कि आजाद ने पूर्व में चर्चा में भाग लेते हुए कहा था कि राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जो भाषण दिया, उसमें सरदार पटेल का नाम नहीं था. उन्होंने कहा कि आधार का बीज अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में ही बोया गया था.
उन्होंने इस क्रम में मौजूदा सभापति और तत्कालीन सांसद एम वेंकैया नायडू द्वारा सात जुलाई 1998 को संसद में पूछे गये एक सवाल का भी उल्लेख किया जिसके जवाब में बहुद्देश्यीय पहचान पत्र का जिक्र किया गया था. मोदी ने कहा, ‘आधार का श्रेय आपको देने में हमें कोई गुरेज नहीं है, हमने दल से आगे देश को रखा है.’ जीएसटी के मामले में कांग्रेस के विरोध का जिक्र करते हुए कहा कि ‘आप मानो या न मानो जीएसटी के संबंध में जो नकारात्मकता आप फैला रहे हैं वह सब आपके खाते में जमा हो रही है, आगे भी होती रहेगी और देश के दिमाग में बैठ जायेगी.’ किसानों की आय बढ़ाने के उपायों का मोदी ने जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने बीज से लेकर बाजार तक, हर स्तर पर किसानों के हित में समग्र नीति अपनायी है. इसका नतीजा है कि शहद अब निर्यात होने लगा है. ये सब प्रयास किसान की आय दोगुना करने में कारगर साबित होंगे. लोकसभा में प्रधानमंत्री के जवाब के बाद जहां कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वाम, जबकि राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने वाकआउट किया.