पीएम मोदी के आक्रामक भाषण का सोनिया गांधी ने दिया जवाब, 2019 में चुनावी मोर्चे पर रहने का संकेत

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल लोकसभा व राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला था, जिसका जवाब आज कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी सांसदों को संबोधित करते हुए दिया. पीएम मोदी के कल के भाषण को चुनावी आगाज माना गया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 8, 2018 1:35 PM

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल लोकसभा व राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला था, जिसका जवाब आज कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी सांसदों को संबोधित करते हुए दिया. पीएम मोदी के कल के भाषण को चुनावी आगाज माना गया था और सोनिया गांधी का आज का भाषण भी उसी अंदाज का है. उन्होंने कहा कि वे समान विचार वाले राजनीतिक दलों के साथ भाजपा को अगले चुनाव में हराने के लिए कार्य करेंगी. उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार सच्चाई का सामना नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि यह बात कल लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से स्पष्ट हो जाती है. सोनिया गांधी के इस बयान से यह संदेश मिलता है कि वे 2019 के चुनावी मोर्चे पर खुद मोदी के खिलाफ खड़ी हो सकती हैं. सोनिया गांधी के नेतृत्व कौशल पर किसी को संदेह नहीं है और उनके नेतृत्व में विपक्ष अधिक एकजुट हो सकता है. सोनिया गांधी ने अपनी पार्टी को नेताओं को भी गोलबंदी से बचने का संदेश यह कह कर दिया कि नये कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अब उनके भी बॉस हैं और इसमें किसी को संदेह नहीं हाेना चाहिए.

कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज कहा कि वह समान विचारों वाले राजनीतिक दलों के साथ काम करेंगी और यह पक्का करेंगी कि अगले चुनाव में भाजपा की हार सुनिश्चित की जा सके. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की साजिश कर रही है ताकि राजनीतिक लाभ के लिए समाज का ध्रुवीकरण किया जा सके. उन्होंने कहा कि यह कर्नाटक में दिखायी देगा जहां कुछ माह में चुनाव होने वाला है.उन्होंने गुजरात में मुश्किल परिस्थितिमें अच्छे प्रदर्शन व राजस्थानउपचुनाव में मिली जीत कोहोने वाले बदलाव का संकेत बताया.

राहुल के नेतृत्व पर सब करें भरोसा

सोनिया ने पार्टी सांसदों से कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में उत्साह, प्रतिबद्धता और वफादारी के साथ करें. उन्होंने कहा कि राहुल उनके भी ‘बॉस’ हैं. सोनिया गांधी ने ऐसा बयान देकर जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने की कोशिश की है, वहीं पार्टी को धड़ों में न बंटने और राहुल के नेतृत्व पर किसी संदेह में न रहने का संदेश दिया है. पार्टी संगठन की मजबूती के लिए यह जरूरी होता है कि अध्यक्ष के नेतृत्व में सभी आस्था रखें और वह सर्व अधिकार संपन्न दिखें. भाजपा की सफलता में अमित शाह की इस स्थिति का बड़ा योगदान है.

सोनिया गांधी ने राहुल गांधी के लिए कहा, ‘‘हमने नये कांग्रेस अध्यक्ष का निर्वाचन किया है तथा मैं आपकी तरफ से और अपनी तरफ से उन्हें शुभकामनाएं देती हूं. अब वह मेरे भी बॉस है..इस बारे में कोई संदेह नहीं रहना चाहिए और मैं यह जानती हूं कि आप सभी उनके साथ उसी उत्साह, प्रतिबद्धता एवं वफादारी के साथ काम करेंगे जैसा कि आपने में मेरे साथ किया.’

उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं आश्वस्त हूं कि हम पार्टी के पुनरुद्धार और बेहतर भविष्य के लिए उनके नेतृत्व में मिलकर काम करेंगे. प्रक्रिया शुरू हो गयी है.’

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