पी चिदंबरम ने राज्यसभा में मध्यवर्ग का हवाला देते हुए मोदी सरकार से बजट पर पूछे ये 12 सवाल
नयी दिल्ली : राज्यसभा में बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने नरेंद्र मोदी सरकार से बजट पर 12 सवाल पूछा है. चिदंबरम ने कहा कि माेदी सरकारअमीरों से ज्यादा मेहनती मध्य वर्ग पर टैक्स लगाती है यह बात वे जनता को बतायेंगे. उन्होंने कहा कि इन सवालों को […]
नयी दिल्ली : राज्यसभा में बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने नरेंद्र मोदी सरकार से बजट पर 12 सवाल पूछा है. चिदंबरम ने कहा कि माेदी सरकारअमीरों से ज्यादा मेहनती मध्य वर्ग पर टैक्स लगाती है यह बात वे जनता को बतायेंगे. उन्होंने कहा कि इन सवालों को लेकर उनकी पार्टी जनता के बीच जाएगी. यूपीए सरकार में लंबे समय तक वित्तमंत्री रहे पी चिदंबरम ने इन सवालों के जरिये मध्य वर्ग के मुद्दे पर भाजपा सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश की है. उन्होंने पहला सवाल यह पूछा है कि वर्ष 2017-18 व 2018-19 के चालू राजकोषीय घाटे का क्या लक्ष्य है? उन्होंने कहा है कि बजट 2018-19 में राजाकोषीय घाटेकाअनुमान बीते वित्तीय वर्ष की 3.2 प्रतिशत की तुलना में 3.5 प्रतिशत है.
चिदंबरम ने दूसरा सवाल यह पूछा है कि हर घाटा सरकार के टारगेट से अलग है, क्या यह उच्च घाटा महंगाई को प्रभावित करेगी? उन्होंने पूछा है कि वर्तमान मेंहाेलसेलप्राइसइंडेक्स (WPI) 3.6 प्रतिशत वकंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) 5.2 प्रतिशत पर है. ऐसे में सरकार यह बताये कि 2017-18 और 2018-19 में डब्ल्यूपीआइ व सीपीआइ का औसत क्या होगा? प्राइस इंडेक्स का सीधा असर महंगाई पर पड़ता है.
चिदंबरम ने तीसरा सवाल यह पूछा है कि 31 जनवरी 2018 को 10 साल के ट्रेजरी बांड पर यील्ड 7.43 प्रतिशत था, जो कल बढ़कर 7.57 प्रतिशत हो गया. क्या यह इस बात का सूचक है कि जितने डेट इंस्ट्रूमेंट हैं, उस पर इंटरेस्ट रेट बढ़ने वाला है. क्या ब्याज दरों में वृद्धि से मुद्रास्फीति होगी?
चौथा सवाल उन्होंने यह पूछा है कि अगर क्रूड प्राइस की कीमत 70 से 75 यूएस डॉलर तक पहुंच जायेगी तो सरकार का बजट इस्टीमेट क्या होगा, खासकर राजकोषीय घाटे के संबंध में? क्या आप पेट्रोल व डीजल की खुदरा कीमत बढ़ायेंगे या फिर आप सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी उस पर से हटायेंगे?
चिदंबरम ने पांचवा सवाल यह पूछा है कि सरकार वित्त वर्ष 2017-18 में 48 हजार करोड़ रुपये कर्ज ले रही है. ओएनजीसी अतिरिक्त रूप से सरकार के नाम पर 37 हजार करोड़ रुपये कर्ज ले रही है. यह 85 हजार करोड़ रुपये कहां जाएगा?
चिदंबरम ने छठा सवाल यह पूछा है कि 2017-18 के बजट में कैपिटल एक्सपेंडिचर 3,09,801 करोड़ रुपये था. यह संशोधित इस्टीमेट 2,73,445करोड़ रुपये है,इसमें 36 हजारकरोड़ रुपये की गिरावट है. उन्होंनेकहा कि किन स्कीमों व प्रोजेक्ट में कैपिटलएक्सपेंडिचरमें कटौती हुई है.
उन्होंने सातवां सवाल यह पूछा है कि सरकार ने सामान्यत जीडीपी ग्रोथ में 11.5 प्रतिशत प्रतिशत की वृद्धि का लक्ष्य रखा है. उन्होंने पूछा है कि वास्तविक जीडीपी ग्रोथ का क्या लक्ष्य है?
चिदंबरम ने आठवां पूछा है कि आप जब सरकार में आये थे तब आपने दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया. उन्होंने इंटरनेशल लेबर ऑरगाइनेजेशन के रोजगार की परिभाषा का उल्लेख करते हुए पूछा है कि रोजगार को लेकर आपकी क्या परिभाषा है. आपने आइएलओ के द्वारा बतायी गयी परिभाषा के अनुसार, अपने लगभग चार साल के कार्यकाल में कितने रोजगार का सृजन किया.
पूर्व वित्तमंत्री ने नौवां सवाल यह पूछा है कि 2017-18 के बजट इस्टीमेट में कस्टम ड्यूटी का लक्ष्य 2,45,000 करोड़ रुपये रखा गया था. इसका संशोधित इस्टीमेट 1, 35, 242 करोड़ रुपये है. इसके बारे में आपने देश व जनता को अबतक नहीं बताया है.
चिंदबरम ने दसवां सवाल यह पूछा कि आपने 4, 44, 631 करोड़ रुपये 2017-18 में जीएसटी रेवन्यू कलेक्शन का लक्ष्य रखा था. यह कलेक्शन आठ महीने, नौ महीने या 11 महीने का है?
पी चिदंबरम ने 11वां सवाल यह पूछा है कि अापने 2018-19 में कुल टैक्स कलेक्शन में 16.7 प्रतिशत वृद्धि का लक्ष्य रखा है, जबकि सामान्य जीडीपी ग्रोथ 11.5 प्रतिशत रहेगा. क्या यह टैक्स कलेक्शन लक्ष्य यथार्थवादी है या महत्वाकांक्षी या फिर आक्रामक?
पी चिदंबरम ने 12वां सवाल यह पूछा है कि सरकार अपना टैक्सेसन फिलाॅसिफी क्या जनता के बीच साझा करेगी? उन्होंने इस संदर्भ में कहा है कि सरकार ने वर्ष 2018-19 में कॉरपोरेट टैक्स 10.51 प्रतिशत बढ़ने, इनकम टैक्स 19.88 प्रतिशत बढ़ने और जीएसटी में 67.31 प्रतिशत की भारी वृद्धि का अनुमान पेश किया है.