सड़क सुरक्षा पर ओड़िशा के मंदिर का विशेष निर्देश ‘हेलमेट नहीं, तो पूजा नहीं”
पारादीप : ओड़िशा के जगतसिंहपुर जिले में 1000 साल पुराने एक मंदिर के पुजारियों ने उन दोपहिया वाहन चालकों को पूजा कराना बंद कर दिया है, जो बिना हेलमेट के वाहन चलाते हैं. पुजारियों का कहना है कि पुलिस निर्देशों का पालन करते हुए देवी मां सरला के मंदिर के प्रबंधन ने एक महीने पहले […]
पारादीप : ओड़िशा के जगतसिंहपुर जिले में 1000 साल पुराने एक मंदिर के पुजारियों ने उन दोपहिया वाहन चालकों को पूजा कराना बंद कर दिया है, जो बिना हेलमेट के वाहन चलाते हैं. पुजारियों का कहना है कि पुलिस निर्देशों का पालन करते हुए देवी मां सरला के मंदिर के प्रबंधन ने एक महीने पहले ‘हेलमेट नहीं-तो पूजा नहीं’ की नीति शुरू की है. इसमें उन वाहन चालकों को पूजा नहीं कराया जाता है जो हेलमेट नहीं पहने होते हैं.
जगतसिंहपुर के पुलिस अधीक्षक जय नारायण पंकज ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में हताहतों को कम करने की रणनीति के तहत जिले में मंदिर प्रबंधनों से बात की थी. उन लोगों ने पुलिस निर्देशों का पालन करने पर सहमति जतायी. मां सरला देवी का मंदिर पारादीप के पास झंकाड में स्थित है.
मां सरला मंदिर के प्रधान पुजारी सुदाम चरण पांडा ने बताया कि पुलिस की इस पहल का सम्मान करते हुए हम बिना हेलमेट पहने बाइक से मंदिर आने वाले लोगों को पूजा नहीं कराते हैं. मंदिर के पुजारी दोपहिया वाहन चालकों की सुरक्षा के लिए इसे सख्ती से लागू कर रहे हैं. एसपी पंकज ने कहा, ‘हमें यह जानकर काफी खुशी हो रही है कि मंदिर के पुजारी सड़क सुरक्षा मुहिम में सहयोग दे रहे हैं.’