त्रिपुरा में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने वाम दलों पर साधा निशाना, जनता को लूट रहे ”लाल भार्इ”
मोहनपुर : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने लोगों से त्रिपुरा में सत्तारूढ ‘लाल भाई’ की सरकार उखाड़ फेंकने की अपील की्. उन्होंने वाम दल के कार्यकर्ताओं पर विकास के लिए धन की लूट करने का आरोप लगाया. उन्होंने वादा किया कि राज्य में अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो यह सूबा […]
मोहनपुर : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने लोगों से त्रिपुरा में सत्तारूढ ‘लाल भाई’ की सरकार उखाड़ फेंकने की अपील की्. उन्होंने वाम दल के कार्यकर्ताओं पर विकास के लिए धन की लूट करने का आरोप लगाया. उन्होंने वादा किया कि राज्य में अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो यह सूबा एक आदर्श राज्य बनेगा. त्रिपुरा में बिना किसी रुकावट के 25 साल से सत्तासीन वामदल को भाजपा मजबूत चुनौती पेश कर रही है.
इसे भी पढ़ेंः त्रिपुरा में बिना चुनाव के BJP के पाले में आये थे 6 विधायक, फरवरी में चुनाव का ऐलान
शाह ने आठ किलोमीटर का रोड शो और रैलियों को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने सूबे की जनता से प्रदेश में ‘परिवर्तन’ के लिए मतदान करने की अपील की. अगले रविवार को होने वाले मतदान के पहले शाह ने राज्य के विभिन्न वर्ग के लोगों से कई वादे किये. इनमें युवाओं को स्मार्टफोन देने, सरकार बनाने के दूसरे दिन सरकारी कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने और चिटफंड घोटाले के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का वादा शामिल है.
कांग्रेस को बताया वोटकटवा
राहुल गांधी का नाम लिए बगैर शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रमुख ने इन चुनावों में वोटकटवा उम्मीदवार उतारे हैं, ताकि मुख्यमंत्री माणिक सरकार की अगुआई वाली माकपा सरकार को दोबारा सत्ता में आने में मदद मिल सके. पिछले विधानसभा चुनाव तक कांग्रेस की स्थिति मुख्य विपक्षी दल की थी, लेकिन बाद में पार्टी की स्थिति में जबरदस्त ह्रास हुआ, क्योंकि विधायकों सहित इसके कई नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया. शाह ने एक रैली में कहा कि लाल भाई की सरकार और इसके कार्यकर्ताओं ने राज्य को विकास के नाम पर 25 वर्षों तक लूटा…भाजपा की सरकार आनी है. यह केवल विधायकों अथवा सरकार का बदलाव नहीं, बल्कि राज्य में परिवर्तन लेकर आयेगा.
ढार्इ दशक में बढ़ी है गरीबी
उन्होंने कहा कि गरीबों के नाम पर वाम दल की सरकार बनी थी, लेकिन पिछले 25 वर्षों में यहां गरीबी बढ़ी है और इस अवधि में बेरोजगार युवाओं की संख्या 25 हजार से बढ़ कर सात लाख 33 हजार तक पहुंच गयी है. भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि भाजपा सरकार प्रत्येक घर में एक नौकरी देगी. मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने आरोप लगाये थे कि केंद्र ने राज्य के लिए कुछ नहीं किया, इस पर भाजपा प्रमुख ने केंद्र सरकार की कई योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि 14 वें वित्त आयोग के तहत त्रिपुरा को 25,396 करोड़ रूपये जारी किये गये हैं, जबकि 13 वें वित्त आयोग के अंतर्गत उसे 7283 करोड़ रुपये मिले थे.
केंद्रीय सहायता पर उठाये प्रश्न
उन्होंने कहा कि यह अतिरिक्त 18,000 करोड़ रूपये कहां गया ? यह वामपंथी कार्यकर्ताओं की जेब में गया. मैं सरकार को इस रकम का हिसाब सार्वजनिक करने की चुनौती देता हूं. ‘चलो पलटिये’ का नारा बुलंद करते हुए शाह ने माकपा सरकार को सत्ता से हटाने की अपील लोगों से की. भारतीय जनता पार्टी त्रिपुरा में 60 सदस्यीय विधानसभा सीटों में 51 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि सहयोगी इंडिजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) ने नौ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
अफवाह फैला रहे वामदल
उन्होंने वाम दलों पर अफवाह फैलाने का भी आरोप लगाया, ताकि भाजपा के सत्ता में आने पर राज्य बंट जाये. उन्होंने जोर दिया कि कोई विभाजन नहीं होगा और त्रिपुरा जैसा है वैसा रहेगा. आदिवासियों के एक धड़े का प्रतिनिधित्व करने वाले आईपीएफटी ने पूर्व में अलग राज्य की मांग की थी, लेकिन भाजपा के साथ गठबंधन के बाद उसने इस पर जोर नहीं दिया. भाजपा ने किसी भी विभाजन का विरोध किया था. शाह ने कहा कि भाजपा सरकार आदिवासियों के सांस्कृतिक विरासतों और मूल्यों की हिफाजत करेगी और उन्हें बढ़ावा देगी.
सांस्कृतिक मुद्दों के बहाने जयंतियों पर साधा निशाना
राज्य के सांस्कृतिक मुद्दों को उठाते हुए उन्होंने कहा कि वाम सरकार लेनिन और स्टालिन की जयंती मनाती है, लेकिन विवेकानंद, टैगोर और राज्य के सम्मानित राजा की जयंती नहीं मनाती. चावमनू में एक अन्य रैली में शाह ने आरोप लगाया कि वाम सरकार हिंसा की राजनीति कर रही है और कहा कि भाजपा सरकार इसे खत्म कर विकास के नये युग की शुरुआत करेगी.